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उत्तर प्रदेश: एमएसएमई सेक्टर में 70 लाख रोजगार का लक्ष्य, हर साल लगेंगी 40 हज़ार MSMEs

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हर साल 40,000 नए छोटे और मझोले उद्योगों को लगाने में मदद करेगी। प्रदेश सरकार ने अगले 5 सालों में एमएसएमई सेक्टर में 70 लाख रोजगार और स्वरोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है।

बुनकरों की सहायता के लिए आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर में बनाया गया विपणन केंद्र जल्द ही चालू किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने रेशम फार्मों के बकाया कामों को पूरा करने के लिए धनराशि भी जारी कर दी है।

प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कानपुर में रेडीमेड गारमेंट, धूपबत्ती, अगरबत्ती, फर्रुखाबाद में आलू पर आधारित उद्योगों  से संबंधित प्रशिक्षण संस्थान एवं क्लस्टर की स्थापना के लिए भी योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।

उनके पास खादी ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्रोद्योग और निर्यात प्रोत्साहन विभाग भी हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के लोक कल्याण संकल्प पत्र-2017 के अनुसार अगले 5 साल में 70 लाख रोजगार एवं स्वरोजगार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर साल 40 हजार उद्यमों की स्थापना के माध्यम से 3 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया जाएगा।

अपने विभागों के कामकाज की समीक्षा करते हुए पचौरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर के लिए निर्धारित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित कराई जाए और विभाग द्वारा ग्रामीण एवं कुटीर उद्योगों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए।

पचौरी ने बताया कि मुबारकपुर में बुनकरों के लिए बनाए जा रहे विपणन केंद्र का काम जल्द पूरा करने को कहा गया है और परियोजना पूरी होते ही इसे बुनकरों को सौंप दिया जाएगा।

उन्होंने बहराइच, श्रावस्ती एवं बलरामपुर में राजकीय रेशम फार्मों के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए 1.15 करोड़ रुपये स्वीकृत किए और संबंधित अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।