गौरतलब है की खानवा गाँव में सोलर चरखा के तहत खादी के कपड़ों का निर्माण किया जा रहा है।
गिरिराज सिंह ने अपने ट्विटर पर इस जैकेट की खूबियों को लोगों के साथ साझा किया।
इन जैक्ट्स में दो बटन लगे हुये है जिससे आप तापमान को नियंत्रित कर सकते हैं। इस कारण इन जर्सियों को एसी (AC) जैकेट भी कहा जा रहा है।
रेड़ बटन हीट (गर्मी) बढ़ाने के लिए और हरा बटन इसे नियंत्रित करने के लिए लगाया गया है। यह जैकेट मात्र 2 मिनट में तापमान को वातानुकूलित करने मे सक्षम है। जैकेट में तकनीक को लेकर MIT के छात्रों ने मदद की है।
रिपोर्ट के अनुसार जैकेट ठंड और गर्म हवा के साथ फिट हो जाती है, जो कि बैटरी से संचालित होती हैं।
गिरिराज सिॆह ने कहा कि सियाचिन में खड़े हमारे सैनिको के लिए यह लाभदायक होगी। क्योकि वहाँ तापमान शून्य से 50 डिग्री तक नीचे रहता है।
मंत्री ने कहा कि ‘एसी जैकेट’ जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगी। हॅाफ जैकेट की कीमत 18 हजार और फुल जैकेट की 25 हजार रुपये होगी।
उन्होंने आगे बताया कि मंत्रालय और बैंक खादी इकाईयों को जैकेट निर्माण के लिए पूरा सहयोग देगी।
सिंह ने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) के छात्रों ने इस जैकेट के निर्माण में अपना योगदान दिया है जो कि काबिले तारीफ है।