मित्रा ने कोलकाता में कहा, ‘हम कुछ उत्पादों पर कर की दर में कमी लाने की मांग को लेकर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. उन उत्पादों पर टैक्स की ऊंची दर से राज्य की अर्थव्यवस्था तथा रोजगार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.’ मंत्री ने कहा कि उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं है, लेकिन वह अपनी चिंताओं को रखने के लिए जीएसटी परिषद की 3 जून को होने वाली बैठक में भाग ले सकते हैं.
मित्रा ने कहा, ‘अगर मेरा स्वास्थ्य ठीक रहा तो मैं बैठक में भाग ले सकता हूं.’ वह जीएसटी परिषद की पिछली बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सिनेमा, किताब और चमड़ा समेत अन्य उत्पादों पर करों की दरों का विरोध करती है.
Source: khabar.ndtv