स्नैपडील ने हाल ही में कई लोगों को नौकरी से निकाला था। इसके अलावा कंपनी के बिकने की खबरें तो आती रहती हैं। फ्लिपकार्ट के नौकरी देने की योजना से स्टॉर्टअप सेक्टर में नया विश्वास आया है।फ्लिपकार्ट ने भारत के स्टार्टअप सेक्टर में एक चेन रियएक्शन शुरू कर दी थी।
कंपनी को हाल ही में 6500 करोड़ की फंडिंग मिली है। कंपनी को ये फंडिंग कम वैल्युएशन पर मिली है।फ्लिपकार्ट के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नितिन सेठ के मुताबिक हम पिछले साल के मुकाबले 20 से 30 फीसदी ज्यादा नौकरियां इस साल देंगे।
ये नौकरियां सप्लाई चेन नेटवर्क बढ़ाने की योजना में काम आएगी। इसके अलावा इंजीनियर, टेक्नोलॉजी टीम और नई कैटेगरी जैसे इलेक्ट्रॉनिक और फर्निचर सेक्शन में भी नौकरियाआएंगी। कंपनी की अभी स्थाई नौकरियां देने की योजना है।
पिछले एक साल में कंपनी ने सिर्फ सीजन में मांग के आधार पर अस्थाई लोगों को ही नौकरियों पर रखा था। इस कारण कंपनी के पास फिर से 10 हजार स्थाई कर्मचारी हो जाएंगे। पिछले साल इनमें गिरावट आई थी।सेठ ने कहा कि कंपनी बहुत तेजी से सप्लाई चेन नेटवर्क मजबूत करने में जुटी है।
कंपनी 1 हजार नए पिन कोड और 60 अतिरिक्त डिलीवरी हब जोड़ने में जुटी है। इनको उत्तर पश्चिम क्षेत्र, पश्चिम बंगाल, उड़िसा और बिहार जैसी जगहों में जोड़ा जाएगा। पिछले 2 साल में भारत के स्टार्टअप सेक्टर को नौकरी देने के मामले में पहले जितना विश्वसनीय नहीं रहा है।
कई रिपोर्ट में ये कहा गया है कि ऊंचे पदों पर लोग ईकॉमर्स सेक्टर में जाने के बदले परंपरागत सेक्टर में जा रहे हैं। कुछ संस्थान तो स्टार्टअप पर कैंपस में आने पर प्रतिबंध भी लगा रहे हैं। फ्लिपकार्ट को भी इस दिक्कत का सामना करना पड़ा था जब उसने आईआईएम अहमदाबाद के छात्रों की ज्वाइंनिंग तारीख आगे बढ़ा दी थी।
कंपनी के इस कदम से एक बात साफ हो गई है कि सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने अमेजन को साफ संदेश दे दिया है कि वो पीछे हटने वाली नहीं है।
Source: Nai Dunia