उन्होंने कहा की भारतीय अर्थव्यस्था में अवसर लगातार बढ़ रहे हैं जिससे की नौकरियों की संख्या भी बढ़ेगी।
अपोलो हॉस्पिटल की वाईस-चेयरपर्सन कामिनेनी के अनुसार भारत 50 लाख नौकरियां सालाना पैदा कर सकता है।
सीआईआई के एक एनालिसिस के मुताबिक भारत में अभी 37 लाख नौकरियों का सालाना सृजन हो रहा है। वहीँ 1 करोड़ से 1 करोड़ 20 लाख लोग हर साल काम करने वाली उम्र में शामिल हो रहे हैं। जबकि इनमे से आधे यानी लगभग 50 लाख लोग नौकरी के लिए न जाकर कुछ और कर रहे हैं अर्थात शिक्षा या दूसरी एक्टिविटीज में शामिल हो जाते हैं।
कामिनेनी का कहना है कि यदि भारत की जीडीपी हर साल 1 फीसदी की अतिरिक्त दर से बढ़ेगी तो सालाना आधार पर देश 50 लाख नौकरियां पैदा कर सकता है।
सीआईआई के मुताबिक भारत अगले 3 सालों में 10 % की विकास दर हासिल कर सकता है। वहीँ माजूदा वित्तीय वर्ष के लिए उद्योग संघठन का अनुमान है कि भारत 8 फीसदी की विकास दर हासिल कर सकता है।
कामिनेनी ने कहा है कि भारत के विकास को तेजी से बढ़ाने वाले कारकों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने के बाद के लाभ और महिलाओं की सभी कार्यों में बढ़-चढ़ कर भागेदारी है। उन्होंने कहा कि शहरीकरण की वजह से निर्माण कार्यों और बुनियादी ढांचागत क्षेत्रों में तेजी रहेगी और सरकार इस पर लगभग 30 ट्रिलियन खर्च करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि निर्माण क्षेत्र 15 लाख अतिरिक्त नौकरियां पैदा करेगा और सबसे बड़ा क्षेत्र होग नौकरियों के लिए। वहीँ पर्यटन और हेल्थकेयर सेक्टर में भी नौकरियों के लिए अच्छे अवसर बनेंगे। अन्य नौकरियों का सृजन स्टार्टअप्स और कंटेंट क्रिएशन आदि विभागों में होगा।
सीआईआई ने 30 अप्रैल को अपोलो हॉस्पिटल की वाईस चेयरपर्सन शोभना कामिनेनी को अपना नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। कामिनेनी सीआईआई की पहली महिला अध्यक्ष भी हैं।