खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा पिछले साल जम्मू – कश्मीर में आयोजित की गयी पहली राष्ट्रीय प्रदर्शनी को बड़े पैमाने पर मिली प्रतिक्रिया से उत्साहित मंत्री ने कहा कि खादी में लोगों की भागीदारी आतंकवाद को खत्म कर सकती है।
केवीआईसी की बैठक को संबोधित करते हुए, मिश्रा ने कहा कि हमने देखा कि घाटी में पहले लोग प्रदर्शनी में भाग लेने के बारे में आशंकित थे। लेकिन समय के साथ लोगों को यह एहसास हुआ कि खादी उत्पादों को बनाने और उचित आजीविका पाने का यह एक अच्छा तरीका हो सकता है। उन्होंने कहा आदर्श वाक्य “वन यार्न वन नेशन” के तहत हमारा उद्देश्य अधिक रोजगार उत्पन्न करना हैं।
मिश्रा ने कहा कि एमएसएमई मंत्रालय ऐसी प्रदर्शनियों को घाटी में नियमित रूप से आयोजित करेगा। क्योंकि यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। लोगों को इससे समस्याओं से निपटने के लिए साहस मिलेगा।
केवीआईसी के रिपोर्ट कार्ड से संतुष्ट मिश्र ने कहा कि उनकी सरकार विज़न और एक्शन को मिलाने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। और महात्मा गाँधी, दीनदयाल उपाध्याय और बाबा साहब अम्बेडकर के हर सपने को पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया जब समाज के हर कमजोर आदमी को केवीआईसी द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाए।