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MSME सेक्टर ही दिला सकता है भारत को 2 अंको की विकास दर | कलराज मिश्र

केन्द्रीय एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र ने कहा है कि यदि भारत को 2 अंको की विकास दर चाहिए तो उसे सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देना होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विज़न, देश को विनिर्माण हब और डबल डिजिट जीडीपी ग्रोथ, तभी संभव होगा जब देश में एमएसएमई सेक्टर तेजी से विकास करे। मिश्र कर्नाटक स्माल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (KASSIA) के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।

मंत्री ने इस समारोह में MyKassia मोबाइल एप लांच किया। साथ ही कन्नड़ भाषा में MSME डाटा बैंक भी लांच किया।

उन्होंने एमएसएमई सेक्टर के महत्व को बताते हुए कहा कि जीडीपी में इस सेक्टर का योगदान 33%, विनिर्माण क्षेत्र में 33% और निर्यात में 45% है। वहीं लगभग 5 करोड़ से अधिक उद्यमों से यह 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है। एमएसएमई  मिनिस्ट्री के अंतर्गत कार्यरत केवीआईसी और कॉयर बोर्ड के साथ यह सेक्टर कृषि के बाद सबसे बड़ा नौकरी देने वाला सेक्टर है। जबकि एमएसएमई ने लगभग 10% की निरंतर वृद्धि की है जो बड़े कॉरपोरेट क्षेत्र से अधिक है।

मिश्र ने एक बार फिर से एमएसएमई के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास में इस सेक्टर के योगदान को कम करके नहीं आंका जा सकता।

उन्होंने कर्नाटक में एमएसएमई  के लिए मौजूद अपार संभावनाओं पर कहा कि कर्नाटक में एयरोस्पेस एवं रक्षा, कृषि-खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल व ऑटोकॉम्पोनेंट्स और बायोटेक आदि क्षेत्रो मे अपार अवसर मौजूद है।

अपनी मंत्रालय के ऊपर बात करते हुए उन्होंने बताया कि एमएसएमई मंत्रालय ने अपनी कार्यप्रणाली मे पारदर्शिता लायी है व अधिकांश योजनाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं और भारत के सभी एमएसएमई इकाइयों के लिए मंत्रालय का MyMSME मोबाइल ऐप है, जिसका इस्तेमाल करते हुए उद्यमी मोबाइल से ही मंत्रालय के अधिकांश काम कर सकते हैं।

उन्होंने बताया की अब तक 30 लाख से अधिक उद्योगों ने आधार ज्ञापन फाइल (UAM) किया है। इस समारोह में नेशनल स्माल इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के सीएमडी रविन्द्र नाथ भी मौजूद थे।