चार स्टार्टअप्स को इस दौरान विकासशील मॅाडल के लिेए एक-एक लाख रुपये प्रदान किये गये वहीं 16 स्टार्टअप्स को नवाचार और उनके बेहतरीन बिज़नस आइडियाज के लिए पचास-पचास हज़ार रुपये अवॅार्ड राशि के रुप में दिये गये।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस अवसर पर कहा, “इस समारोह का आयोजन महान लीडर बीजू पटनायक की जयंती के उपलक्ष्य में किया गया है। बीजू बाबू का उड़ीसा की इंडस्ट्री और उद्यमिता क्षमता बढ़ाने में उल्लेखनीय योगदान रहा है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “एमएसएमई सेक्टर के विकास और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने के उद्देश्य से आगामी वित्त वर्ष में एमएसएमई विभाग के लिए बजट प्रस्ताव में 48% की वृद्धि की गई है। केन्द्र और राज्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की मदद से अविकसित उद्योगों के विकास को प्राथमिकता भी दे रहे हैं।”
पटनायक ने कहा कि 12,000 करोड़ रुपये से भी अधिक की इनवेस्टमेंट के साथ राज्य में 2.5 लाख एमएसएमई इंटरप्राइजेज स्थापित हुये हैं, जिनसे लगभग 11 लाख लोगों को रोजगार मिला है।
अप्रैल 2015 से जिले स्तर की सिगंल विंडो कमेटी ने 661 करोड़ रुपये के 251 से अधिक प्रोडक्ट्स मंजूर किये हैं। उन्होंने कहा कि कमेटी इस बात पर नज़र रखती है कि एमएसएमई को वही सुविधाऐं और लोन में रियायतें प्राप्त हों जो बड़े उद्यमों को मिलती हैं।
50 स्टार्टअप्स सहित 250 से अधिक छोटे और मध्यम उद्यमों ने व्यापार मेले के चौथे संस्करण में एमएसएमई क्षेत्र की प्रौद्योगिकी, विपणन और क्रेडिट को दिखाने वाली एक विस्तृत श्रंखला को पेश किया।
फेयर में बिजली के उपकरण, रसायन और पेट्रो रसायन, प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों, कृषि आधारित और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, पर्यटन, पॉलिमर, आईटी उत्पादों, टेक्सटाइल और हस्तशिल्प की विशेषताओं को भी दिखाया गया।
राज्य एमएसएमई सेकेटरी एल एन गुप्ता ने आयोजित ट्रेड फेयर में कहा कि फेयर का लक्ष्य उद्यमियों को एक ऐसा मंच प्रदान करना जहां पर वह अपने विचारों व योजनाओं को रख सकें और इसके जरिए राज्य की अर्थव्यव्था को मजबूती प्रदान कर सकें।
राज्य एमएसएमई मिनिस्टर जोगिंदर बोहरा ने कहा कि यह 6 दिवसीय फेयर वर्कशॅाप अनेक विषयों पर आधारित है। एक व्यापार मीट का आयोजन भी इस समारोह में किया गया है। राज्य सरकार ने एमएसएमई और स्टार्टअप कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए एक रोड़ मेप भी तैयार किया है।
Inputs: Times of India