एफटीएपीसीसीआई के अध्यक्ष रवींद्र मोदी के अनुसार 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि उद्योगों के विकास के लिए आवंटित करने का घोषणा की गयी थी। लेकिन प्रोविसन में यह राशि 1000 करोड़ रुपये है।
मोदी ने कहा कि साल 2016-17 के परिव्यय में इंडस्ट्री की लागत में 2,086 करोड़ रुपये के साथ 113% की वृद्धि हुयी है।
उन्होंने कह कि बजट में खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों की विकास गति पर जोर दिया गया है। वहीं एमएसएमई के कायाकल्प के लिए 125 करोड़ रुपये की लागत के एमएसएमई प्राधिकरण को स्थापित करने के एक प्रस्ताव को भी बजट में शामिल किया गया है।