राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस मौके पर कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस हेल्पलाइन के जरिए राज्य के युवाओं, इन्क्यूबेटर्स और अन्य हितधारकों को अपने विभिन्न मुद्दों का समाधान करने के लिए एक मंच मिलेगा।
समारोह में सेंट्रल मिनिस्ट्री आफ कॅामर्स की नेशनल इंवेस्टमेंट प्रमोशन और फेसीटिलेशन एजेंसी, इन्वेस्ट इंड़िया और उड़ीसा एमएसएमई डिपार्टमेंट के बीच एक मेमोरेंड़म पर साइन भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा, “स्टार्टअप उड़ीसा इनीसिएटिव और इन्वेस्ट इंडिया द्वारा संचालित स्टार्टअप इंड़िया हब के बीच हुयी यह संधि आगामी वर्ष 2020 तक के मिशन-1000 स्टार्टअप के पूरा होने में योगदान देगी। और युवाओं के सपने को साकार करेगी।”
उन्होंने आगे कहा कि इन्वेस्ट इंड़िया के साथ हुआ यह समझौता एमएसएमई सेक्टर व अन्य क्षेत्र के सफल स्टार्टअप को ग्लोबल मंच प्रदान करेगा व उनकी पहुंच को बढ़ायेगा।
यह समझौता उड़ीसा स्टार्टअप और द ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टम के बीच फंड़िग व नेटवर्किंग के लिए विचारों के आदान प्रदान को मजबूत करेगा।
फूड़ और एग्रो प्रोसेसिंग और मसाला क्षेत्र में कार्यरत एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए भी इंन्वेस्ट इंड़िया एक टिकाऊ व्यापार करने में भी मदद करेगा।
इंन्वेस्ट इंड़िया के सीईओ दीपक बागला ने इस अवसर पर कहा कि स्टार्टअप इंड़िया का उद्देश्य भारत को विश्व के समक्ष रोजगार पैदा करने वाले प्रगतिशील स्टार्टअप्स के देश के रुप में तैयार करना है।
बागला ने संपूर्ण स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने वाले उड़ीसा सरकार के इस कदम की सराहना की। और कहा कि हम मुख्यमंत्री के सपने 1000 स्टार्टअप को पूरा करने के लिए तत्पर हैं।