इस आयोजन का उद्घाटन केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने किया। इस प्रदर्शनी में हस्तकरघा से कपड़ा बुनाई के अलावा सूत कटाई की प्रदर्शनी लगी थी। इसके अलावा माशी से सूत काटने की कला भी लोगों को दिखाई जा रही थी। इसके साथ ही महात्मा गांधी जिस हस्तकरघा के मॉडल से सूट काटते थे, वैसे ही हस्तकरघा से सूत काटकर लोगों को दिखाया जा रहा था।
इस पूरे प्रदर्शनी में लोगों की काफी दिलचस्पी देखी गयी। खादी के कपड़ों के अलावा मधुबनी पेंटिंग के प्रदर्शनी भी लगी हुई थी।
खादी को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने युवाओं और आम लोगों से आपील की। उन्होंने कहा कि खादी कपड़ों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें, ताकि गांधी के सपने साकार हो।
Source: Eenadu India