कपड़ा मंत्रालय द्वारा पेश किये गए आंकड़ों के मुताबिक पैकेज की घोषणा के बाद कपड़ों के निर्यात में करीब 9 फीसदी की बढ़ोतरी भी हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई 2016 से मार्च 2017 को दौरान गारमेंट्स का निर्यात 12.37 अरब डॉलर से बढ़कर 13.47 अरब डॉलर हो गया है।
हालांकि कपड़ा और परिधान निर्यात आउटबाउंड टेक्सटाइल शिपमेंट्स में कमी के कारण पिछले वर्ष के मुकाबले 3.5 प्रतिशत घटकर 38.6 अरब डॉलर रह गया है।
हालांकि पैकेज ने वस्त्र परिधान में 7,50,000 नौकरियों का निर्माण किया था। लेकिन यह अपने लक्ष्य से पीछे रहा है।
फाइनेंशियल एक्स्प्रेस रिपोर्ट के मुताबिक, रोजगार सृजन का अनुमान एक अंगूठे नियम पर आधारित होता है, जिसे अक्सर सरकार द्वारा अपनाया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार 1 करोड़ रुपये के निवेश से परिधान क्षेत्र में 70 प्रत्यक्ष श्रमिक गहन रोजगार और कताई क्षेत्र में 30 प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होती हैं।
इसके अतिरिक्त, कपड़ा क्षेत्र में 10 प्रत्यक्ष रोजगार व 13 अप्रत्यक्ष रोजगार लेसवर्क, हाथ-कढ़ाई, हैंडवर्क, वॉशिंग, विशेष-डाइंग और रसद आदि क्षेत्रों में होता है।
Inputs: Fibre2fashion.com