भारत में कारोबार का माहौल सुधरा, स्वीडन की कंपनियों ने कहा, जीएसटी हमारे लिए अहम


भारत में कारोबार का वातावरण अब पहले की तुलना में कहीं अधिक अनुकूल है। भारत में स्वीडन की कंपनियां कारोबार की सकारात्मक भावनाओं के साथ अपनी गतिविधियों का संचालन कर रही हैं और साल-दर-साल ये कंपनियां भारत के विकास के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता जाहिर कर रही हैं। यह कारोबारी समुदाय देश में 1,85,000 लोगों को […]


Sweden Indiaभारत में कारोबार का वातावरण अब पहले की तुलना में कहीं अधिक अनुकूल है। भारत में स्वीडन की कंपनियां कारोबार की सकारात्मक भावनाओं के साथ अपनी गतिविधियों का संचालन कर रही हैं और साल-दर-साल ये कंपनियां भारत के विकास के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता जाहिर कर रही हैं।

यह कारोबारी समुदाय देश में 1,85,000 लोगों को प्रत्यक्ष एवं 13,00,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार देता है। पिछले दो साल में स्वीडन की कंपनियों और निवेशकों के माध्यम से रोजगार 20 फीसदी बढ़ गया है।

नौवें स्वीडन-इंडिया बिजनेस क्लाइमेट सर्वे के नतीजों से यह जानकारी मिली है।

भारत में हर साल बिजनेस क्लाइमेट सर्वे (बीसीएस) स्वीडिश चैम्बर ऑफ कॉमर्स और स्वीडन दूतावास, मुंबई में स्वीडन के कौंसुलेट जनरल और बिजनेस स्वीडन के द्वारा किया जाता है। ‘संबंध’ नामक इस सर्वेक्षण का संचालन हिंदी और स्वीडिश दोनों में किया गया, जिसमें भारत में मौजूद 170 स्वीडिश कंपनियों में से 160 से इनपुट लिया गया है और प्रतिक्रिया की दर बेहद प्रभावी 91 फीसदी रही है।

सर्वेक्षण के तहत भारत में कारोबार करने वाले स्वीडिश समुदाय के आत्मविश्वास का मूल्यांकन किया जाता है, उनके लिए मौजूद अवसरों और चुनौतियों का विश्लेषण किया जाता है। ज्यादातर स्वीडिश कंपनियां कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली-एनसीआर में मौजूद हैं।

स्वीडन और भारत के बीच कारोबार बढ़ रहा है और स्वीडिश कंपनियां कई क्षेत्रों जैसे ऊर्जा, पर्यावरण, स्मार्ट सिटी, आईसीटी और डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य सेवाएं एवं जीवन विज्ञान आदि में भारत के विकास में योगदान दे रही हैं।

मिस एन लिंडे विदेशी मामलों की मंत्री तथा यूरोपीय संघ के मामलों एवं कारोबार मंत्री स्वीडन

उन्होंने कहा, “भारत में कारोबार को लेकर स्वीडिश कंपनियों की अवधारणा अब पहले से कहीं अधिक सकारात्मक है, अगले साल 10 में 8 कंपनियां देश में निवेश करना चाहती हैं। ऐसा हाल ही भारत सरकार द्वारा की गई नीतिगत पहलों और विशेष रूप से जीएसटी के कारण है।”

भारत में स्वीडन के राजदूत हैराल्ड सैंडबर्ग ने कहा, “भारत-स्वीडन के बीच के संबंध पिछले साल के दौरान मजबूत हुए हैं, आज यहां 170 से ज्यादा कंपनियां स्थापित हो चुकी हैं। सर्वे के परिणाम हमारी इस अवधारणा को और अधिक सशक्त बनाते हैं कि स्वीडन के इनोवेशन और भारत का भविष्य एक दूसरे से मेल खाते हैं।”

इस सर्वे में बताया गया कि 1,85,000 प्रत्यक्ष नौकरियां और 13,00,000 हजार अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होती हैं। 2014 के बाद से इस संख्या में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है। आज भारत में 170 स्वीडिश कंपनियां हैं 100 से ज्यादा कंपनियां पिछले दशक में ही आई हैं। 65 फीसदी स्वीडिश कंपनियों के अनुसार, कारोबार का माहौल अनुकूल है। यह आंकड़ा पिछले साल से अधिक है।

स्वीडन की कंपनियों ने जीएसटी पर कहा सुधार सकरात्मक रहेगा

कंपनियों ने बताया कि जीएसटी यानि गुड्स एंड सर्विस टैक्स उनके लिए मायने रखता है।

4 में से 3 कंपनियों के अनुसार यह सुधार उनके लिए सकारात्मक होगा।

10 में 8 कंपनियों ने पिछले साल अपनी योजना के मुताबिक या इससे ज्यादा निवेश किया।

10 में से 8 कंपनियों का कहना है कि वे आगामी वर्षों में निवेश बढ़ाएंगी।

45 स्वीडिश कंपनियां ‘मेक इन इंडिया’ का हिस्सा हैं।

10 में से 7 कंपनियां कारोबार संचालन या सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से कौशल विकास में सक्रिय हैं।

(By: Sanjay Srivastava)

Source: Gaon Connection

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