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मंगलौर में शुरू हो सकता है भारत का पहला “स्टार्टअप जिला”

एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार सरकार जल्द ही देश के पहले स्टार्टअप जिले को बनाने की तैयारी कर रही है। यह स्टार्टअप जिला इंक्यूबेसन सेंटर, टिंकरिंग प्रयोगशाला, एग्रीकल्चर क्षेत्र में नवीनीकरण, स्वास्थ्य और एजूकेशन की सुविधाओं से परिपूर्ण होगा।

इन इंक्यूबेसन के जरिए स्टार्टअप को कार्य करने और व्यापारिक सलाह दी जाएगी जिसके जरिए वे अपने व्यापार को आगे बढा पायेंगे।

कॅामर्स मिनिस्टर निर्मला सीतारमण कथित तौर पर मंगलौर में कल्स्टर के विकास के लिए काम कर रही हैं। सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं।

रिपोर्ट के अनुसार योजना के वित्त-पोषण के अलावा सरकार सड़क, बिजली और डिजिटल नेटवर्क को परियोजना के लिए सुनिश्चित करेगी। हालांकि अभी तक कुल व्यय का आंकलन नहीं हुआ है।

मंत्री ने कहा कि इंनक्यूबेसन सेंटर के जरिए कृषि, चिकित्सा और फार्मा सहित सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के लिए विशेष सेवाएं प्रदान की जाएंगी।

डिपार्टमेंट आफ इंडस्ट्रीयल पॅालिसी एंड़ प्रमोशन, गवर्मेंट पॅालिसी थिंक टैंक नीति आयोग मार्च में इंन्क्यूबेसन सेंटर ओर स्कूली स्तर पर प्रयोशालाओं को शुरु करने के लिए इंस्टीट्यूशनस के लिए प्रतियोगिता शुरू करेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले साल जनवरी में स्टार्टअप इंडिया पहल के बढ़ावा देने  के उद्देश्य से सरकार युवा उद्यमियों को प्री-इंक्यूबेसन ट्रेनिंग और सींड फंडिग के जरिए बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वहीँ हैदराबाद और बेंगलुरू के अलावा अन्य शहरों में स्टार्टअप संस्कृति के विस्तार की कोशिश कर रही है।