उन्होंने कहा कि उद्योग और सरकार को कपड़ा क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। और इस दिशा में मिलकर काम करना चाहिए।
नागपुर में टेक्सटाइल एसोसिएशन इंडिया-विदर्भ (टीएआई) और इंडियन टेक्सटाइल एक्सेसरीज एंड मशीनरी विनिर्माण एसोसिएशन (आईटीएएमएमए) द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि उज्जवल ने कहा कि कपड़ा उद्योग में नवाचारों (Innovation) को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ मिलकर टेक्सटाइल इंडस्ट्री को काम करना होगा। इससे इस क्षेत्र का विकास बेहतर ढंग से हो सकता है।
कार्यशाला में नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास के लिए पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) बनाना और उपभोक्ता जरूरतों, मशीन की उपलब्धता और उत्पाद की लागत जैसी चीजों पर भी चर्चा की गई।