सम्मलेन का उद्घाटन करते हुए सिद्धरमैया ने कहा, “कर्नाटक सरकार सभी निवेशकों का स्वागत करने के साथ-साथ कौशल विकास को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में उद्योगों की बड़ी संख्या स्थापित होने के साथ-साथ मेक इन इंडिया में भी राज्य एक अहम भूमिका अदा करता है।
सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कर्नाटक के उद्योग मंत्री आर.वी. देशपांडे ने कहा अगर किसी के पास भी उद्योग प्रस्ताव है, तो वह उसे क्लीयरेंस देंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य की सरकारी मशीनरी हर क्षेत्र में 24 × 7 काम कर रही है, और लोगों की समस्याओं को कम कर रही है। डीआईपीपी के अनुसार कर्नाटक ने कई क्षेत्रों में अपने बेहतर प्रदर्शन को दिखाया है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारा प्रयास है कि हम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने, श्रम सुधार सुनिश्चित करने को बेहतर बनाऐं।
उन्होंने बताया कि सरकार राज्य के विकास के लिए सक्रिय कदम उठा रही है और राज्य के सार्वजनिक परिवहन में प्रगति हुई है। विशेष रूप से मेट्रो रेल को 2020 तक शहर के अधिकांश भागों से जोड़ा जाएगा और कुछ ही वर्षों में भी हवाई अड्डे का निर्माण भी किया जाएगा।
देशपांडे ने विश्वभर के इंवेस्टर्स से कर्नाटक में निवेश करने की अपील की।