इसके साथ ही सिंगापुर वाटर अथॉरिटी ने भी हरियाणा सरकार के साथ एक समझौते के तहत राज्य के जलाशयों का कायाकल्प करेगी। अथॉरिटी राज्य सरकार के साथ मिलकर 14000 तालाबों को संवारेगी। वहीँ एविएशन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी प्रेट एंड व्हिटनी ने भी राज्य में लगभग 400 करोड़ रूपये का इन्वेस्टमेंट करने की इच्छा जताई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिंगापुर में आयोजित इन्वेस्टर्स रोडशो कार्यक्रम में समझौतों को राज्य के हित में बताते हुए कहा कि साइन हुए मेमोरेंडम के तहत यह सभी कंपनिया अलग अलग प्रोजेक्ट पर काम करके राज्य में निवेश को आकर्षित करेंगी। और राज्य में इंफ्रास्ट्रकचर, इंडस्ट्रियल समेत अन्य सेक्टर्स में इन्वेस्टमेंट को प्रोत्साहित करेंगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस व्यापारिक संधि से राज्य में इंन्वेस्टमेंट बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा इसके जरिए व्यापारियों के पसंदीदा गंतव्य के रुप में भी उभरेगा।
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार राज्य में निवेश को बढ़ाने पर कई प्रयास कर रही है। सिंगापुर में हुयी यह संधि इसी पहल का हिस्सा है। हरियाणा सरकार और सिगांपुर के बीच यह 5 एमओयू लॉजिस्टिक्स प्रोजेक्ट्स के लिए मेनहार्ड्ट ग्रुप, वाईसीएच लॉजिस्टिक्स के साथ साइन हुए हैं। ट्रांसमिशन और पावर डिस्ट्रीब्यूशन में कार्यरत इक्विटी इन्वेस्टर इक्विस एनर्जी के साथ भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
खट्टर ने इस मौके पर उपस्थित लोगों से राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया। और कहा कि हरियाणा उद्यमों के विकास के लिए हर संभव मदद देता है और उनको व्यापार के अनुकूल इको-सिस्टम प्रदान करता है।