टेक्सटाईल मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि भारतीय हस्तशिल्प निर्यातकों के मुद्दों को हल करने के लिए एक बैठक जल्द ही बुलायी जाएगी।
उन्होंने आगे कहा, “लकड़ी उद्योग और इस क्षेत्र के शिल्पकारी उद्यम के विकास के लिए पर्यावरण मंत्रालय के समर्थन की आवश्यकता है। हमारे सहयोगी पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे चुनौतियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। दोनों मंत्रालय मिलकर जल्द ही हस्तशिल्प निर्यातकों के मुद्दों का समाधान करेंगे।”
उन्होंने कहा, “हम निर्यातकों के लिए कम समय के साथ-साथ लंबी अवधि के समाधान को भी तलाशेंगे। जिसकी सहायता से हेंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर अंर्तराष्ट्रीय बाजार में अपनी पकड़ को और मजबूत कर पायेंगे।”
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (EPCH) द्वारा आयोजित किए गए सामारोह एक्सपोर्ट अवॅार्ड प्रोग्राम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि हस्तशिल्प के निर्यात में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हमने 134 निर्यातकों को सम्मानित किया है जिसमें 66 पुरस्कार साल 2013-14 में तथा 68 पुरस्कार साल 2014-15 में दिये हैं।
स्मृति ने इसके साथ ही कारीगरों के बच्चों की शिक्षा के लिए निर्यात समुदाय (Expoters Community) को आगे आने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कारीगरों के बच्चों की शिक्षा के लिए उद्योग की भागीदारी भी अहम है।
EPHC कार्यकारी निर्देशक राकेश कुमार ने कहा, है कि इस सामाजिक कल्याण की दिशा के पहले चरण में हमने 10,000 बच्चों को शिक्षित करने का लक्ष्य रखा है।
ईरानी ने EPCH से नवाचार और पैकेजिंग (Innovation and Packaging) में कार्यरत उद्यमियों, शारीरिक रूप से विकलांग उद्यमियों और आदिवासी हस्तशिल्प के लिए एक पुरस्कार शुरू करने के लिए कहा।