एमएसएमई मंत्रालय ने इस सूचना की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट के जरिये दी है। मंत्रालय ने कहा है कि सीमाओं में इस प्रकार की वृद्धि व संशोधन उधारकर्ताओं के अनुरोध पर ही किया जाता है।
मंत्रालय ने कहा है कि एमएसएमई एसोसिएशन और संगठनों ने अपने घटकों के सदस्यों को उन्नत सीमाओं का लाभ उठाने के लिए बैंकों में आवेदन करने के लिए सलाह दी है।
गौरतलब है कि केंद्रीय एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्रा ने हाल ही एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए और इस क्षेत्र की ऋण संबधी समस्याओं को कम करने के उद्देशय से बैंकों को ऋण बढ़ाने के लिए कहा था। एसएमई सेक्टर सबसे बड़ा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र और अर्थव्यवस्था का विकास इंजन है।