इस मौके पर समिट का उद्घाटन करते हुए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने बांस इंडस्ट्री में निवेश करने के लिए सभी तरह की सहायता देने का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार ने निवेशकों को इस समिट से जोड़ने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार बांस सेक्टर से जुड़ी सभी योजनाएं और गतिविधियों में अपना सहयोग देगी। चाहे वो बांस की फार्मिंग से जुडी हो या मार्केटिंग से, हम हर दिशा में सहयोग देंगे। मैं चाहता हूं कि निवेशकों को यहां उनके अनुकूल माहौल मिले, जो कि बहुत आवश्यक है। हमारा कर्तव्य है कि यह सुविधा प्रदान करे ताकि उनको व्यवसायिक गतिविधियों को पूरा में आसानी हो।”
अपने संबोधन में देश विदेश के निवेशकों, विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए हाथ से हाथ मिलाकर काम करने की जरुरत है।
सर्वानंद ने कहा कि इस क्षेत्र के लोग बांस के साथ ही बड़े हुए हैं, लेकिन वे अभी तक अपनी क्षमता की पहचान नहीं कर पाये हैं।
उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र के सामाजिक-सांस्कृतिक और आर्थिक उत्थान में बांस की एक बड़ी भूमिका रही है। बांस उद्योग के बढ़ने से सबसे ज्यादा लाभ यहां के गरीब तबके को होगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए इसे बजट से भी जोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने शिखर सम्मेलन आयोजन के लिए पहल करने वाले असम औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (एआईडीसीएल) का भी आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर असम के मुख्य सचिव विनोद कुमार भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बांस उद्यम सफल बनाने में हर संभव प्रयास करेगी।
मुझे उम्मीद है कि इस शिखर सम्मेलन के परिणामस्वरूप बांस उद्योग स्थापित करने के लिए ठोस प्रस्ताव आएंगे।
असम सरकार के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी आफ डिपार्टमेंट इंजस्ट्रीज एंड कॅामर्स, रवि कपूर ने स्वागत भाषण दिया।
रंजन दास, चेयरमेन एंड आशुतोष अग्निहोत्री, मेनेजिंग डॅायरेक्टर आफ एआईडीसीएल ने भी आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।
SMEpost.com इस समिट का अधिकारिक मीडिया पार्टनर है।