रिपोर्ट में कहा गाया है कि प्राप्त आंकडों के अनुसार भारत दुनिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त करने में चीन और अमेरिका जैसे बड़े देशों को पछाड़कर पहले स्थान पर है।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल भारत में 809 प्रोजेक्ट्स में 2 प्रतिशत एफडीआई की बढ़ोत्तरी हुयी थी। वहीं ग्रीनफील्ड कैपिटल इनवेस्टमेंट को प्राप्त करने में भी भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है। लेकिन एफडीआई के प्रोजेक्ट्स का संख्या में 3 फीसदी गिरावट हुई है।
ग्रीन फील्ड कैपिटल इनवेस्टमेंट उस प्रत्यक्ष निवेशी कर को कहते है, जिसमें पैरेंट कंपनी अन्य देश में अपना ऑपरेशन सेटअप करती है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह एफडीआई मजबूत इकोनॉमिक ग्रोथ वाले सेक्टर में आया है। लेकिन जिन सेक्टर्स में मंदी या अनिश्चितता का माहौल है वहां एफडीआई फ्लो तेजी से नीचे गिरा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में ग्रीनफील्ड कैपिटल इनवेस्टमेंट 6 फीसदी की दर से बढ़कर 776.2 अरब डॉलर हो गया है। वर्ष 2011 से लगातार एफडीआई में वृद्दि हुयी है।
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि नई नौकरियां भी 5 फीसदी की दर से बढ़ी है।
भारत के बाद विदेशी निवेश पाने में दूसरे स्थान पर चीन है। जिसे 59 अरब डॉलर का एफडीआई मिला वहीं अमेरिका तीसरे स्थान पर है जिसे 2016 में 48 अरब डॉलर विदेशी निवेश मिला है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज्यादा कैपिटल इनवेस्टमेंट रिएल एस्टेट में हुआ। रिएल एस्टेट में 58 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ कुल 157.5 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया है। वैल्यू के हिसाब से कोल व नेचुरल गैस सेक्टर में 121 अरब डॉलर और रीन्यूएबल एनर्जी में 77 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया है।
Inputs: Money Bhaskar