दिल्ली सरकार अगले माह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पंजीयन के लिए विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। दिल्ली में अभी भी जीएसटी पंजीयन न कराने वाले कारोबारियों की बड़ी संख्या है। स्थायी खाता संख्या (पैन) बेमेल वाले ज्यादातर कारोबारियों का जीएसटी पंजीयन अटका हुआ है।
दिल्ली में जीएसटी पंजीयन पिछले साल 16 दिसंबर से शुरू हुआ था। चार माह बाद भी एक लाख से अधिक कारोबारियों का जीएसटी पंजीयन होना बाकी है।
दिल्ली वैट विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में करीब 4 लाख पंजीकृत कारोबारियों को जीएसटी प्रणाली में तब्दील होना है। इनमें से करीब 2.80 लाख कारोबारी जीएसटी पंजीयन करा चुके हैं। इस तरह 30 फीसदी कारोबारियों को जीएसटी पंजीयन और कराना है।
जीएसटी पंजीयन प्रक्रिया 1 जून से शुरू होने वाली है। ऐसे में पंजीयन न कराने वाले कारोबारियों के पंजीयन के लिए विभाग अगले माह बाजारों में विशेष अभियान चलाएगा। इस अभियान के तहत पूछताछ व परामर्श केंद्र खोले जाएंगे।
विभाग का सबसे ज्यादा जोर ऐसे कारोबारियों को जीएसटी पंजीयन कराने में मदद करने पर रहेगा, जो पैन में विसंगति के कारण पंजीयन नहीं करा पा रहे हंै। दिल्ली के करीब 50 हजार पंजीकृत कारोबारियों के पैन नंबर बेमेल है। विभाग में पैन अद्यतन करने के लिए इन कारोबारियों को सूचना देने के लिए कहा जा चुका है। विभाग अगले माह जीएसटीएन आईडी व पासवर्ड में आ रही दिक्कतों को भी दूर करने पर जोर देगा।
Source: Business Standard