पीएचडी चैंबर ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME Ministry), भारत सरकार और जर्मन फाउंडेशन कोनार्ड एदेनौर स्टिफटुंग के सहयोग से ‘इम्पॉर्टेंस ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स फॅार एमएसएमई’ नामक विषय पर दो दिवसीय वर्कशॉप आयोजित की।
इसमें करीब 100 लघु क्षेत्र के उद्यमियों ने लाभ उठाया। पीएचडी चैंबर के पंजाब कमेटी के चेयरमैन आरएस सचदेवा ने कहा कि आईपीआर की गणना नेशनल मैन्युफेक्चरिंग कंपीटिटिव प्रोग्राम (एनएमसीपी) के शीर्ष दस अंगों में होती है, जिससे कि देश के लघु उद्योगों में प्रतिस्पर्धा को मजबूती मिलती रहे।
यहां मुख्यातिथि भारत सरकार के लुधियाना स्थित एमएसएमई इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर विजय कुमार ने कहा कि भारत सरकार जीडीपी में वृद्वि और उद्योगों तथा एमएसएमई के इनोवेशन इंडेक्स के बीच के डायरेक्ट लिंक की उपयोगिता को समझ उसे मजबूती प्रदान कर रहा है।
चेयरमैन मोहित जैन ने अपनी प्रेजेंटेशन पेश करते हुए कहा कि पीएचडी चैंबर ने एसएमएमई के सहयोग से एक फेलिसिटेशन सेंटर स्थापित किया है जो कि लाभार्थियों को निशुल्क सेवाएं प्रदान करता है।
Source: Danik Bhaskar