बजट 2017 में छोटी कंपनियों को टैक्स में राहत/व्यापारियों को मुनाफा, सीनियर सिटीजन्स को फायदा और आरक्षित वर्ग को फायदा देने की बात कही गई है. साथ ही 3 लाख से ज्यादा के कैश लेनदेन पर रोक लगाई है. इसी के साथ बजट में कई और अहम मुद्दों पर प्रकाश डालने की कोशिश की गई है.
साल 2017-18 के बजट को लेकर उद्योग और बैंकिंग सेक्टर से मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. जहां कुछ लोग इसे शानदार बजट बता रहे हैं तो वहीं कुछ का मानना है कि आम बजट और भी बेहतर हो सकता था.
जाने-माने टैक्स एक्सपर्ट हर्ष रुंगटा का कहना है कि भारत में टैक्स के जरिए सरकार को 80 फीसदी जितनी रकम मिलती है. एसे में टैक्स खत्म करना संभव नहीं है. लेकिन इसका ढांचा सौम्य हो सकता है. इतना ही नहीं देश के लिए प्राकृतिक संपदा की अच्छी नीलामी होने से सरकार को पैसे मिल सकते हैं. वहीं जनता को यह नहीं पता है कि शेयर बाजार में एक साल से ज्यादा समय तक शेयर बरकरार रखने से उसके मुनाफे पर टैक्स नहीं लगता. इतना ही नहीं सरकार को एेसे कदम उठाने चाहिए जिससे लोग टैक्स भरने के लिए प्रोत्साहित हों.
2017 के बजट पर उद्योग और बैंकिग सेक्टर से जुड़े लोगों की राय
- सुनील कान्त मुंजाल, चेयरमैन हीरो सर्विसेज कॉर्पोरेट लिमिटेड का कहना है कि ये एक अनोखा बजट है क्योंकि इसमें कई तबकों को शामिल किया गया. 2-3 चीज़ें बेहद खास हैं. 1 तो राजनीतिक फंडिंग पर किया गया एलान बेहद खास था. इंडस्ट्री की जो 1-2 मांगें थी वो पूरी नहीं हो पाईं. शार्ट टर्म बेनिफिट भी हो जाता तो अच्छा होता.
- डाटामैटिक्स के चेयरमन डॉ ललित कनोडिया का कहना है कि बजट बहुत अच्छा और बैलेंस्ड है.
- आरबीएल बैंक के सीईओ विश्ववीर आहूजा का कहना है कि बजट से इकोनॉमी में गरमाहट आएगी
- इंडियन मर्चेंट चेंबर्स के प्रेसिडेंट दीपक प्रेमनारायण का कहना है कि वर्ष 2017 का बजट अच्छा है.
- बजाज ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज बजाज का कहना है कि बजट काफी अच्छा है.
- बिल्डर निरंजन हीरानंदानी का कहना है सरकार ने अपने बजट से निराश नहीं किया है.
- बजट 2017 को लेकर सीआईआई के डेप्युटी चेयरमैंन का कहना है कि ठीक ठाक बजट है, ज़्यादा अच्छा हो सकता था.
Source: ABP News