स्टार्टअप्स के लिए टैक्स छूट अवधि पहले 7 साल में 3 साल कर दिया गया है। ज्यादातर स्टार्टअप्स को प्रॉफिट कमाने में वक्त लगता है, यह इसी ओर में उठाया गया पॉजिटिव कदम है
50 करोड़ रुपए तक की टर्नओवर वाली कंपनियों के टैक्स रिडक्शन रेवेन्यू को घटाकर 25 फीसदी करना पॉजिटिव कदम है।
मैट पर भी राहत मिली है। इसे कंपनियों के लिए 10 साल की जगह 15 साल के लिए कर दिया गया है।
हालांकि इन कदमों के बाद भी हम स्टार्टअप्स के लिए कुछ और ऐलानों को सुनना चाहते थे-
स्टार्टअप्स के लिए मैट को पूरी तरह से हटा देना चाहिए।
यह भी अच्छा होता अगर स्टार्टअप्स के लिए कैपिटल गेन्स को लिस्टेड कंपनियों के साथ जोड़ दिया जाए क्योंकि स्टार्टअप्स में लोगों का इन्वेस्टमेंट जोखिम भरा रहा है
बजट 2017 में एंजल टैक्स को हटाने के बारे में कुछ नहीं कहा गया। यह स्टार्टअप्स के बुरी खबर है क्योंकि एंजल फंडिंग के बाद ही वीसी स्टार्टअप्स में आते हैं
Source: Money Bhaskar