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रेट घटे तो नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है मार्केट, मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग आज से

नई दिल्ली। आज से शुरू होने वाली रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की मॉनिटरी पॉलिसी पर मार्केट की नजर है। मार्केट एक्सपर्ट्स की माने तो दरों में कटौती मार्केट को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। हालांकि कोई भी निगेटिव संकेत मार्केट के लिए गिरावट का ट्रिगर साबित हो सकता है

रेट कट की संभावना कम

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना कि बुधवार को दरों में बदलाव की संभावना कम है।

फॉर्च्युन फिस्कल के डायरेक्टर जगदीश ठक्कर का कहना है कि 6-7 जून को जारी होने वाली आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी में रेट घटने की संभावना कम है। हालांकि आरबीआई पर कटौती का प्रेशर बहुत है, लेकिन सेंट्रल बैंक रेट में फिलहाल कटौती नहीं कर सकती।

जगदीश के मुताबिक बैंकों के एनपीए को लेकर चिंताएं हैं, वहीं रिकवरी भी नहीं दिख नहीं रही है। वहीं जीएसटी का असर भी दिखना बाकी है। एक तरफ सरकार 1 जुलाई से जीएसटी लागू करने को लेकर अड़ी है, वहीं दूसरी तरफ इंडस्ट्री में इसे लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति है।

आरबीआई जीएसटी का घरेलू इकोनॉमी पर इफेक्ट साफ होने तक इंतजार करने की पॉलिसी अपना सकता है। इसके साथ ही पिछले रेट कट का पूरा फायदा आगे मिलना बाकी है। आरबीआई ने जनवरी 2016 से रेट में 0.75 फीसदी की कटौती की है, जो अभी तक पास नहीं हो पाई है। इन फैक्टर्स की वजह से रेट कट की उम्मीद कम ही हैं।

आरबीआई के बयान पर रहेगी मार्केट की नजर

एसएमसी इन्वेस्टमेंट एंड एडवाइजर्स लिमिटेड के रिसर्च हेड सचिन सर्वदे का कहना है कि फिलहाल रेट कट की उम्मीद नहीं के बराबर है। आरबीआई अपनी मॉनिटरी पॉलिसी में क्या बयान देता है, इस पर मार्केट की नजर रहेगी। रेट में कटौती ना होना भी मार्केट के लिए अच्छा है। यदि आरबीआई रेट में कटौती करता है तो यह मार्केट के लिए एक बड़ा ट्रिगर साबित होगा और मार्केट तेजी से भागेगा।

अप्रैल में कोई बदलाव नहीं

रिजर्व बैंक ने 6 अप्रैल को अपनी मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में रेपो रेट को 6.25 फीसदी पर बरकरार रखा था। लेकिन रिवर्स रेपो रेट को 5.75 फीसदी से बढ़ाकर 6 फीसदी कर दिया था। आरबीआई ने उस समय कहा था कि वैश्विक आर्थिक माहौल में अनिश्चितता के बीच मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी का खतरा है।

रेंज बाउंड में रहेगा मार्केट

सिमी भौमिक डॉट कॉम की टेक्निकल एनालिस्ट सिमी भौमिक ने कहा कि आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं होगा। मार्केट 9600-9700 के रेंज में ही रहेगा। किसी भी पॉजिटिव संकेतों के बाद निफ्टी 9900 का ऊपरी स्तर छू सकता है। जबकि निचला स्तर 9500-9450 का होगा। वहीं जगदीश के मुताबिक, मार्केट पहले ही दरें के स्थिर रहने का अनुमान लेकर चल रहा है ऐसे में रेट कट नहीं होने का स्टॉक मार्केट पर इस इवेंट का कोई असर नहीं पड़ेगा।

रेट कट होने पर मार्केट में दिखेगा तेज उछाल

बोनांजा पोर्टफोलिया के एवीपी रिसर्च पुनीत किनरा के मुताबिक, मार्केट को रेट में कटौती की उम्मीद नहीं है। रेट में कटौती होने पर भी मार्केट में तेज उछाल देखने को मिलेगा। हालांकि इन्फ्लेशन, इकोनॉमी पर आरबीआई के बयानों पर मार्केट की नजर रहेगी। अगर ये बयान निगेटिव तस्वीर देतें हैं तो मार्केट में करेक्शन देखने को मिल सकता है। हालांकि गिरावट एक सीमा से ज्यादा नही होगी ।

क्या हो निवेश रणनीति

7 जून को होने वाली मॉनिटरी पॉलिसी रिव्यू में आरबीआई के बयानों पर मार्केट की नजर रहेगी। आरबीआई इकोनॉमिक ग्रोथ और मंहगाई दर का अनुमान जारी करेगा।

पुनीत किनरा के मुताबिक किसी भी निगेटिव अनुमान से मार्केट में करेक्शन देखने को मिल सकता है। हालांकि घरेलू इकनॉमी के संकेत मजबूत बने हुए हैं ऐसे मार्केट में किसी भी गिरावट पर निवेशकों को मजबूत कंपनियों में निवेश करना चाहिए।

Source: Money Bhaskar