नायडू विज्ञान भवन, दिल्ली में चल रही नेशनल मएसएमई बोर्ड की 15वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एमएसई सुविधा केंद्र वेब पोर्टल (MSE Facilitation Council Web Portal) भी लॉन्च किया।
नायडू ने कहा एमएसएमई सेक्टर भारत की जीडीपी और एक्सपोर्ट में भी बहुत बड़े स्तर पर योगदान देता है। इसलिए हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण सेक्टर है और सरकार इस सेक्टर को आगे बढाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि उन्हें ख़ुशी है कि एमएसएमई मिनिस्ट्री ने फैसिलिटेशन कौंसिल बनायी है, अब माइएमएसएमई ऐप और एमएसई सुविधा केंद्र वेब पोर्टल इसे और मजबूत बनायेंगे।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र, केंद्रीय राज्य एमएसएमई मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी, एमएसएमई सेक्रेटरी के के जालान और अतिरिक्त सचिव एस एन त्रिपाठी आदि भी इस अवसर पर मौजूद थे।
कलराज मिश्र ने इस मौके पर वेंकैया नायडू को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
भारत के एमएसएमई सेक्टर का जीडीपी में लगभग 8 % योगदान है तो वहीँ और एक्सपोर्ट सेक्शन में भी इसका योगदान 40 % है। जबकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एमएसएमई सेक्टर का हिस्सा लगभग 45 % है। इसके बावजूद भी यह सेक्टर कई समस्याओं से घिरा हुआ है जिसको दूर करने के लिए सरकार कई स्तरों पर काम करने की बात कह रही है।