अगर कंज्यूमर सेक्टर की बात करें तो उसकी सबसे बड़ी उम्मीद कॉरपोरेट टैक्स में कमी को लेकर कदम उठाए जाने की ही है।
कॉरपोरेट टैक्स घटाने की माँग
अरुण जेटली ने अपने दूसरे बजट भाषण में टैक्स प्रोत्साहनों को धीरे-धीरे खत्म करने तथा कॉरपोरेट टैक्स की दर को 30 से घटाकर 25 प्रतिशत करने की घोषणा की थी।
हालांकि इस दिशा में सरकार ने कोई कदम अभी नहीं उठाया है। कंज्यूमर सेक्टर इस बात से खुश है कि आखिरकार जीएसटी अपने लागू होने के करीब पहुंच गया है, लेकिन कॉरपोरेट टैक्स घटाने के लिए वो अब भी सरकार की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है।
आयकर छूट भी बढ़े
माना जा रहा है कि नोटबंदी के चलते डिमांड घटने से कंज्यूमर सेक्टर को काफी झटका लगा है। हालात अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं लेकिन अगर सरकार इनकम टैक्स की सीमा बढ़ाती है और लोगों के हाथ में कुछ ज्यादा पैसा आता है तो इससे डिमांड बढ़ेगी और इस सेक्टर को उसका फायदा मिलेगा।
Source: Aaj Tak