इन्फोसिस के पूर्व सीएफओ वी. बालाकृष्णन अपनी नई कंपनी ‘बिलियन लोन्स’ (Billionloans) को लॉन्च कर रहे हैं जिसके माध्यम से बालाकृष्णन भारत के वैकल्पिक ऋण (lending) बाजार में प्रवेश कर रहे हैं।
कंपनी का लक्ष्य एसएमई इकाइयों (SMEs) और उपभोक्ताओं को सहायता करना है, साथ ही उनको निवेशकों के साथ जोड़ने में भी कम्पनी अहम् भूमिका निभाएगी। माइक्रोग्राम के एक्जीक्यूटिव रंगन वरादन इस कंपनी के संयुक्त संस्थापक है।
कंपनी द्वारा पेश की गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्ज लेने वाली कंपनी के बैंकिंग इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर ऋणदाता को लोन मुहैया कराया जाएगा व उनके जोखिम को कम करने में उनकी मदद की जाएगी।
बालाकृष्णन ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा है कि हमने 360 डिग्री क्रेडिट प्रोफाइल कम मैनुअल हस्तक्षेप के साथ तैयार किया है। उपयोगकर्ताओं के अनुभवों को सुनिश्चित करने के लिए कई अन्य तकनीकों को इकट्ठा किया है। इस दिशा में मजबूत कदम उठाते हुए कंपनी में 1 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
उन्होंने कहा कि यह व्यापक क्रेडिट रूपरेखा निश्चित रूप से उधारकर्ताओं और उधारदाताओं दोनों को लचीलापन देगी। और यह मंच एक व्यापार मॅाडल है।
हम ऋणदाता के पक्ष को मजबूत बनाने के लिए कुछ संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि वे क्रेडिट की रूपरेखा व गुणवत्ता जानने के बाद हमारे मंच से जुडेंगी। हमने बड़ी कंपनियो के साथ मिलकर ऋण लेने वालों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए एक वेबसाइट भी शुरु की है।