उड़ीसा सरकार ने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए एक बेब पोर्टल को 1 मई को लॅान्च करेगी। सरकार का मकसद इस पोर्टल के जरिए नए उद्यमियों के लिए ईज आफ डूईंग बिजनेस को प्रमोट करना है। साथ ही राज्य की व्यवसायिक अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए राज्य में स्टार्टअप परितंत्र (इकोसिस्टम) का निर्माण करना है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक खबर के मुताबिक मौजूदा समय में कार्यरत व नए स्टार्टअप्स, इन्क्यूबेटर व ऐंजल समूह इस बेब पोर्टल में रजिस्टर होकर इस पोर्टल का लाभ उठा सकते हैं।
उड़ीसा राज्य एमएसएमई सेक्रेटरी एल एन गुप्ता ने कहा है कि बेब पोर्टल स्टार्टअप्स को उनके अनुकूल वातावरण प्रदान करेगा तथा उनको ऐंजल फंडिग से जोड़ेगा। पोर्टल पर जल्द ही उड़ीसा स्टार्टअप पॅालिसी के संशोधित नियम मौजूद होंगे। जिससे स्टार्टअप की व्यापारिक परेशानियां हल होंगी।
राज्य में कुल 225 स्टार्टअप कार्यरत हैं। उड़ीसा स्टार्टअप पॅालिसी के तहत एक साल के लिए हर महीने नए उद्यमियों को 20 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा स्टार्टअप को 15 लाख तक का सहयोग प्रोडेक्ट डेवलपमेंट के लिए दिया जाएगा, तथा उनकी रॅा मेटेरियल की आवश्यकताओं को भी पूरा किया जाएगा।
वहीं इंनक्यूबेशन सेंटर्स 50 प्रतिशत से अधिक व एक करोड़ से ज्यादा की कैपीटल इंन्वेस्टमेंट सब्सिडी के योग्य होंगे। सरकार योग्य धनराशि स्टार्टअप्स को देने के उद्देश्य से आर्गनाईजेशन के लिए इंनक्यूबेशन सेंटर्स, इंस्टिट्यूट व इंडस्ट्री बॅाडी की स्थापना करेगी।
अभी राज्य में 24 इंनक्यूबेशन सेंटर्स हैं।
गुप्ता ने कहा कि बेब पोर्टल के जरिए रुचिकर उद्यमियों के लिए आनलाईन लर्निंग व डेवलपमेंट प्रोग्राम किए जाएंगे। कोई भी हमारे इस प्रोग्राम से जुड़कर बुनियादी व्यापारिक योग्यता को ग्रहण कर सकता है। उन्होंने कहा कि एंजल नेटवर्क ओर मेंटर्स भी इस पहल के तहत स्टार्टअप्स से जुड पाएंगे।
वेब पोर्टल को मिन्स्ट्री आफ कॅार्पोरेट अफेयर की बेबसाइट MCA-21 और इंनवेस्ट इंडिया से लिंक भी किया जाएगा। ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इसे लांच करेंगे।