कर्नाटक सरकार का कहना है कि वह अगले दो महीनों में छोटे शहरों और कस्बों के कम से कम 1,000 स्टार्ट-अप तक पहुंचकर उनकी सहायता करने की कोशिश करेगा।
सरकार ने कहा है कि यह उनके स्टार्टअप सेक्टर को सशक्त करने के उद्देश्य से शुरु किये गए ‘एलेवेटर’ कार्यक्रम का एक हिस्सा है, जिसके तहत राज्य के सभी क्षेत्रों के 100 प्रतिभाशाली और नवीन स्टार्ट-अप की पहचान की जाएगी।
सरकार इस पहल को बढ़ाने के लिए देशपांडे फाउंडेशन और इंडस एन्त्रेप्रेंयूर्स के साथ साझेदारी कर रही है। एक बार पहचाने जाने पर इन स्टार्ट-अप को राज्य के उद्यम पूंजीपतियों (वीसीएस) और एंजल इन्वेस्टर के माध्यम से धन मिलेगा।
सूचना प्रौद्योगिकी और पर्यटन मंत्री प्रियंक खड़गे ने कहा है कि हम राज्य के 100 अच्छे स्टार्टअप की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं और उन योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं कि किस प्रकार से इनका सहायता की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि स्टार्टअप का विस्तार शहरी क्षेत्रों से आगे किया जाए। खड़गे ने कहा कि पिछले छह महीनों में हमने लगभग 55 स्टार्टअप्स को वित्त पोषित किया है, जिससे लगभग 17 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।