कर्नाटक राज्य खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा आयोजित 60 वें वार्षिक ‘खादी उत्सव’ का उद्घाटन 24 अप्रैल (सोमवार) को फ्रीडम पार्क में हुआ।
प्रदर्शनी में 100 से अधिक स्टाल हैं जिन पर हाथों से बनी शर्ट, साड़ी, तौलिए, बेडशीट और अन्य कपड़ों से बने उत्पादों को प्रदर्शित किया जा रहा है। कर्नाटक के ग्रामीण क्षेत्र की एसोसिएशन और सोसाइटी, पड़ोसी राज्य जो इस प्रकार के कपड़ा व्यवसाय में कार्यरत हैं, इस प्रदर्शनी का हिस्सा हैं।
प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि अगर हम अपने खादी उत्पादों की खूब मांग चाहते हैं तो उन्हें उनकी गुणवत्ता अच्छी करनी होगी। साथ ही नयी-नयी तकनीकियों को अपनाने की भी आवश्यकता है।
पिछले बजट में हमने खादी भवन के विकास के लिए प्रत्येक जिले को 3 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। लेकिन उनका उपयोग नहीं किया गया है। मैंने जिला आयुक्तों को अपने जिले में जगह की पहचान करने और जल्द से जल्द काम शुरू करने के लिए लिखा है।
चित्रदुर्ग सर्वोदय खादी ग्रामोदय संघ के नागराजजप्पा ने कहा कि खादी वस्त्रों की मांग ज्यादा नहीं है लेकिन हम राज्य और केंद्र सरकार की सहायता से प्रबंधन करते हैं। और प्रदर्शनी में अच्छी बिक्री करते हैं लेकिन इस बार प्रदर्शनी की तारीखों में हुआ फेरबदल बिक्री को प्रभावित कर सकता है। क्योंकि यह प्रदर्शनी आमतौर पर जनवरी में आयोजित की जाती है।
खादी कपड़े के अलावा, प्रदर्शनी में हाथ से पेंट किये हुए कॅाटन और कलमकारी शैली का खादी कपड़े बेंचे जा रहे हैं। प्रदर्शनी 23 मई तक फ्रीडम पार्क में लोगों के लिए खुली है।