कलराज मिश्र ने हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्य देशों के बीच एमएसएमई संबंधी सहयोग पर कार्यशाला का उद्घाटन किया


केंद्रीय एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र ने 19 जनवरी को हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्‍य देशों के बीच एमएसएमई संबंधी सहयोग पर कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि इस कार्यशाला से विशेषकर एमएसएमई क्षेत्र में व्‍यापार एवं निवेश को सुविधाजनक बनाने के क्षेत्र में सदस्‍य देशों के बीच आर्थिक रिश्‍ते मजबूत […]


SME-co-operation-2केंद्रीय एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र ने 19 जनवरी को हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्‍य देशों के बीच एमएसएमई संबंधी सहयोग पर कार्यशाला का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि इस कार्यशाला से विशेषकर एमएसएमई क्षेत्र में व्‍यापार एवं निवेश को सुविधाजनक बनाने के क्षेत्र में सदस्‍य देशों के बीच आर्थिक रिश्‍ते मजबूत होंगे।

उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए 18 देशों के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्‍ताक्षर किए हैं। एमएसएमई मंत्रालय के अधीनस्‍थ सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम भारतीय राष्‍ट्रीय लघु उद्योग निगम ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए कई देशों के अपने समकक्ष संगठनों के साथ 34 एमओयू पर हस्‍ताक्षर किए हैं।

मिश्र ने यह भी कहा कि एसएमई संबंधी सहयोग पर इस कार्यशाला से आईओआरए के सदस्‍य देशों के बीच विचारों, चिंताओं एवं अनुभवों के आदान-प्रदान में आसानी होगी और इससे एमएसएमई क्षेत्र को लेकर इस क्षेत्र में उभरती चिंताओं को दूर करने के लिए एक साझा एमओयू विकसित करने में मदद मिलेगी।

उन्‍होंने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों के दौरान आईओआरए में लचीलापन उसकी सहज ताकत रही है। आईओआरए के अभ्‍युदय एवं विकास में उत्‍तरोत्‍तर वृद्धि दर्ज की गई है। उन्‍होंने यह भी कहा कि रणनीति एवं प्राथमिकता की आजादी सुनिश्‍चित करके इस ताकत को और बढ़ाया जाना चाहिए।

एमएसएमई राज्‍य मंत्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी ने इस बात पर विशेष जोर दिया है कि आईओआरए क्षेत्र दुनिया में अधिकतम विकास की संभावनाओं के साथ एक मजबूत क्षेत्र के रूप में उभर कर सामने आया है।

उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत और आईओआरए आपस में मिलकर एक विशाल बाजार का प्रतिनिधित्‍व करते हैं, जिसमें आपूर्तिकर्ता अपना कारोबारी स्‍तर एवं दक्षता बढ़ा सकते हैं और निवेशक अपनी पूंजी को अधिकतम उत्पादकता के साथ आवंटित कर सकते हैं।SME-Co-operation

आईओआरए के सदस्‍य सचिव श्री भगीरथ ने औद्योगिक एवं सांस्‍कृतिक सहयोग के लिहाज से आईओआरए के सदस्‍य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के क्षेत्र में आईओआरए के सचिवालय के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्‍होंने यह भी बताया कि आईओआरए के सदस्‍य देशों के एमएसएमई (सूक्ष्‍म, लघु एवं मझोले उद्यम) किस तरह से और अधिक रोजगार अवसर सृजित करके गरीबी कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।

एमएसएमई सचिव के के जालान ने कहा, “2 अरब से भी अधिक की संयुक्‍त आबादी के साथ आईओआरए और भारत वस्‍तुओं एवं सेवाओं के एक विशाल बाजार का प्रतिनिधित्‍व करते हैं और भारत में लगभग 600 मिलियन के अत्‍यधिक खपत वाले मध्‍यम वर्ग के विशाल हिस्‍से की बदौलत यह बाजार अत्‍यंत आकर्षक है।”

Source: PIB

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