द नेश्नल इंस्टीट्यूट आफ रुरल डेवलपमेंट और पंचायती राज (NIRDPR) आगामी 23 मार्च को दो दिवसीय रुरल इनोवेशन एंड़ स्टार्टअप कोनक्लेव 2017 (RISC2017) का आयोजन करने जा रहा है। इस ग्रामीण आविष्कार स्टार्टअप कॉन्क्वेव 2017 के लिए आवेदन भी आंमत्रित किये जा रहे हैं।
NIRDPR ने कहा है कि हमारा मकसद इस दो दिवसीय प्रोग्राम के तहत नए टेलेंट को प्रमोट करना व उनको एक ऐसा मंच प्रदान करना है जिसके जरिए वह अपनी नयी सोंच को साझा कर सकें, साथ ही उनकी सीखने की क्षमता को प्रोत्साहन भी मिल सके। इस समारोह से इन्वेस्टर और स्टार्टअप्स के तंत्र को मजबूती मिलेगी।
भारतीय स्टार्टअप अधिकतर आईटी आधारित होते हैं और शहरी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। लेकिन आज के तेजी से बदलते दौर में रुरल डेवलपमेंट के लिए नवीनीकरण व टेक्नोलॅाजी में विस्तार की आवश्यकता है।
NIRDPR डायरेक्टर जनरल डॅाक्टर डब्ल्यू आर रेड्डी ने कहा कि भारत की 60 फीसदी आबादी गांवों में रहती है जिनके वेल्थ क्रिएशन व प्रोड़ेक्टविटी में इनोवेशन और टेक्नोलॅाजी डेवलपमेंट के जरिए सुधार के करने की जरुरत है। जिससे की वह तरक्की के रास्तों पर चल सकें।
रेड्डी ने आगे कहा कि RISC2017, RISC Awards 2017 का एक प्रकार है जिसके तहत छह डोमेन क्षेत्रों (एग्रीकल्चर एंड एलीड़, ग्रीन एनर्जी टेक्नोलॅाजी, ड्रिकिंग वॅाटर, हेल्थ एंड सेनीटेशन, वास्ट टू वेल्थ, सस्टेनेवल हाउससिंग व अन्य सेक्टर्स) में अपना सफल परिणाम देने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। जो आने वाले समय में ग्रामीण नवाचारों और प्रौद्योगिकियों को तटस्थ बनायेगा।