पटना: बिहार के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा है कि युवा जॉब सीकर (नौकरी खोजने वाले) नहीं बल्कि जॉब क्रिएटर (नौकरी देने वाले) बनें। श्री सिंह यहां एसके मेमोरियल हॉल में चौथे बिहार उद्यमिता सम्मेलन ‘स्टार्टअप बिहार में बोल रहे थे। बड़ी तादाद में जुटे युवा उद्यमियों के बीच कहा कि आज नौकरी पाना नहीं, बल्कि नौकरी देना चुनौती है।
बिहार उद्यमी संघ (बीईए) और उद्योग विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में श्री सिंह ने कहा कि युवाओं में बिहार का भविष्य तलाशा जा रहा है। आज का युवा ही कल का बिहार होगा। बिहार की आर्थिक समृद्धि की बात होगी तो युवाओं के योगदान की भी चर्चा होगी। युवा अभिनव सोच की चुनौती स्वीकार करें।
हतोत्साहित न हों, दूसरा बेहतर आइडिया लेकर आएं : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि उद्यमिता के लिए सपना, उत्साह और विश्वास जरूरी है। स्टार्टअप आवेदनों के चयन में पारदर्शिता होनी चाहिए। एक उद्यमी द्वारा स्टार्टअप के लिए मिले 700 आवेदनों की बाबत विभाग द्वारा स्वीकार करने या रिजेक्ट करने की सूचना नहीं देने का मुद्दा उठाने पर कहा कि एक विचार के अस्वीकार होने से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। उससे और बेहतर दूसरा आइडिया लेकर आएं। कहा कि कोई भी नौकरी कितनी ही बड़ी क्यों न हो, होती नौकरी ही है, जबकि अपने छोटे उद्यम के भी हम मालिक होते हैं। एक विदेशी मीडिया द्वारा साक्षात्कार में शराबबंदी के बाद सरकार की प्राथमिकता के बारे में पूछे जाने पर अपने जवाब का जिक्र करते हुए कहा कि यहां अब 7 निश्चय के तहत युवाओं पर फोकस है।
प्रस्तावों के जल्द निष्पादन को उद्यमिता समिति बने : नवाचार गुरु
ग्रामीण नवाचार गुरु पद्मश्री अनिल गुप्ता ने कहा कि स्टार्टअप की बाबत मिलने वाले प्रस्तावों के जल्द निष्पादन के लिए सरकार और जानकार लोगों को लेकर उद्यमिता समिति बननी चाहिए। युवाओं को स्टार्टअप विकसित करने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं होनी चाहिए, बल्कि उनको द्वार पर ही सुविधाएं मिलें। सरकार उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जिलास्तर पर ही चैलेंज अवार्ड की शुरुआत करे। मौलिकता नवाचार की पहली शर्त है। बिहार की शालिनी का जिक्र किया जो वृद्धों के लिए वॉकर का निर्माण कर सबसे कम उम्र की उद्यमी बन गई हैं।
उद्योग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ ने कहा कि चुने गए स्टार्टअप के लिए 10 लाख का ब्याजमुक्त सीडफंड मिलेगा। बीईए अध्यक्ष कौशलेन्द्र ने कहा कि स्टार्टअप इंक्यूबेशन की व्यवस्था प्रमंडल स्तर पर भी होनी चाहिए, ताकि युवा उद्यमियों को वहीं हर तरह की सुविधा मिल सके। महासचिव अभिषेक कुमार ने भी विचार रखे। बीआईए अध्यक्ष रामलाल खेतान और सीआरएस के चेयरमैन मनीष कुमार भी मौजूद थे। मौके पर दो दर्जन से अधिक स्टार्टअप के स्टाल भी लगाए गए थे।
Source: LiveHindustan.com