टेक्सटाइल सेक्टर के लिए व्यापक नीति और निवेश को लेकर होगी अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस


टेक्सटाइल सेक्टर के प्रमुख मुद्दों और इस सेक्टर की समस्याओं के कम करने वा 10 साल तक के विकास के लिए एक रोडमैप तैयार करने के उद्देश्य से 3 दिवसीय इंटरनेशनल कांफेंस 30 जून से आयोजित की जाएगी। जिसमें कई यूनियन मिनिस्टर, ग्लोबन टेक्सटाइल और अपेरल इंडस्ट्री के मुख्य पॅालिसी मेकर्स और रिप्रिजेंटेटिव्स शामिल होंगे। […]


textile-parksटेक्सटाइल सेक्टर के प्रमुख मुद्दों और इस सेक्टर की समस्याओं के कम करने वा 10 साल तक के विकास के लिए एक रोडमैप तैयार करने के उद्देश्य से 3 दिवसीय इंटरनेशनल कांफेंस 30 जून से आयोजित की जाएगी। जिसमें कई यूनियन मिनिस्टर, ग्लोबन टेक्सटाइल और अपेरल इंडस्ट्री के मुख्य पॅालिसी मेकर्स और रिप्रिजेंटेटिव्स शामिल होंगे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस समिट में केंद्रीय टेक्सटाईल मंत्री स्मृति ईरानी, ​​ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र, गुजरात के वरिष्ठ नौकरशाह और कई शीर्ष उद्यमी अपनी उपस्थिति को दर्ज कराएंगे।

प्रतिभागी समारोह में इस बात पर विचार-विमर्श करेंगे कि किस प्रकार भारत को वैश्विक सोर्सिंग केंद्र और एक निवेश गंतव्य बनाया जा सकता है। तकनीकी वस्त्रों की क्षमता का विस्तार किस प्रकार किया जाए, इसका भी पता लगाया जाएगा।

प्राकृतिक फाइबर के लिए उत्पादकता चुनौतियों की पहचान व भारतीय हस्तशिल्प कला के बाजार का विस्तार किस प्रकार किया जाए आदि विषयों पर भी बात की जाएगी।

सम्मेलन का मुख्य पहलू स्पष्ट और व्यापक नीति विकसित करना, टेक्सटाइल और परिधान क्षेत्र की उन्नति के लिए एक कार्य योजना तैयार करना है।

एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि हम एक साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उद्योग हितधारकों को इस सेमीनार के जरिए जोड़ेंगे। और उभरती प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करेंगे।

यह सम्मेलन वस्त्र मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। विभिन्न राज्यों के साथ-साथ प्रमुख भारतीय और अंतरराष्ट्रीय उद्योग हितधारक भी इसमें भागीदार होंगे।

Shriddha Chaturvedi

ख़बरें ही मेरी दुनिया हैं, हाँ मैं पत्रकार हूँ

No Comments Yet

Leave a Reply

Your email address will not be published.

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>


*