क्वालिटी काउंसिल और मिनिस्ट्री आफ एमएसएमई द्वारा पश्चिम बंगाल के हावड़ा और बोलपुर, आंध्र प्रदेश के हैदराबाद, राजस्थान के चित्तौडगढ़ और उदयपुर, उत्तराखंड के हरिद्वार, गुजरात के अहमदाबाद और हलोल, जम्मू और कश्मीर, तेलंगाना के करीमनगर तथा उत्तर प्रदेश के मेरठ सहित कई शहरों में 17 और 18 मार्च को एक जेड जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
प्रोग्राम के जरिए सरकार की जीरो इफेक्ट जारो डिफेक्ट स्कीम के बारे में लोगों को जागरुक करने व एमएसएमई सेक्टर के लिए इसकी उपयोगिता को बताया जाएगा। समारोह की जानकारी ZED के ट्विटर अकाउंट के जरिए दी गयी है।
#ZEDAwarenessProgamme to be held on 17 Mar at Garbalia Girls High School, Howrah by @QualityCouncil @minmsme @makeinindia
— ZED (@ZED_QCI) March 16, 2017
जीरो डिफेक्ट जारो इफेक्ट भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय द्वारा एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए शुरु की गयी एक योजना है। जिसका लक्ष्य एमएसएमई को प्रतिस्पर्धात्मकता बनाना है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अक्टूबर 2016 में पंजाब के लुधियाना में इस योजना का उद्घाटन किया गया था।
केन्द्रीय राज्य एमएसएमई मंत्री गिरिराज सिंह ने तब कहा था कि इस स्कीम के जरिए एमएसएमई की वित्तीय परेशानियां कम होगी और उनको उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाएगा।
Take a look at @ZED_QCI's tentative #training schedules set for March. For more details- https://t.co/Vz2QLlmeLv @minmsme @SMEpost
— QCI (@QualityCouncil) March 16, 2017
स्वच्छ ऊर्जा मॉडल का यह एक महत्वपूर्ण पहलू होगा। उन्होंने कहा था कि ZED स्कीम के तहत उद्यमों को एक सतत विकास पथ प्राप्त करने के लिए अपनी प्रक्रियाओं में स्वच्छ प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।