आंध्र प्रदेश के धार्मिक शहर तिरुपति में 20 से 21 फरवरी तक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, हैदराबाद द्वारा दो दिवसीय नेशनल वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
इस डेवलपमेंट समारोह का उद्देश्य स्मॅाल स्केल इंडस्ट्रीज, पब्लिक सेक्टर, बैंकर्स और अन्य ऐजेंसियों को उनके प्रोडेक्ट प्रदर्शित करने व उनके उत्पादों के लिए एक बाजार उपलब्ध कराना था।
एमएसएमई-DI डायरेक्टर अरविंद पटवारी ने इस एक्सपो का उदघाटन किया। इस मौके पर पटवारी ने एमएसएमई योजनाओं के बारे में जानकारी दी और एमएसई से इनका लाभ उठाने के लिए कहा।
एमएसएमई मंत्रालय ने पब्लिक प्रोक्योरमेंट पॅालिसी-2012 को अप्रैल 2015 से अनिवार्य कर दिया है। जिसमें छोटे उद्योगों से 20 फीसदी उत्पाद और सेवाओं की खरीद को अनिवार्य किया गया है। और उनमें से भी 4 प्रतिशत अनुसूचित जाति / जनजाति की एसएमईस से करना होगा।
लगभग 60 MSEs और PSUs ने इस डेवलपमेंट प्रोग्राम में अपने उत्पादों को प्रस्तुत किया। समारोह में एक टेक्नीकल सेशन का आयोजन एमएसई के उत्पादों और सेवाओं की सुविधा के लिए आयोजित किया गया।