मध्य प्रदेश में बढ़ी MSMEs की संख्या, लेकिन साथ ही शिक्षित बेरोजगार भी बढ़े


मध्य प्रदेश की विधानसभा में पेश की गयी राज्य आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में जारी आंकड़ो के अनुसार राज्य में लगभग 14.11 लाख बेरोजगार हैं जिनमें से करीब 12.98 लाख लोग शिक्षित हैं। साल 2015 की रिपोर्ट में कहा गया था कि लगभग 15.60 लाख बेरोजगार लोगो को रोजगार कार्यालयों के तहत पूरे राज्य में […]


MSME sectors in Bengalमध्य प्रदेश की विधानसभा में पेश की गयी राज्य आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में जारी आंकड़ो के अनुसार राज्य में लगभग 14.11 लाख बेरोजगार हैं जिनमें से करीब 12.98 लाख लोग शिक्षित हैं।

साल 2015 की रिपोर्ट में कहा गया था कि लगभग 15.60 लाख बेरोजगार लोगो को रोजगार कार्यालयों के तहत पूरे राज्य में रजिस्टर किया गया है।

यह आंकडा साल 2016 के अंत तक 14.11 लाख था। जिसमें शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में भी बढ़ोत्तर हुयी है।

हालांकि पिछले एक साल की अवधि के दौरान बेरोजगार युवाओं की संख्या में 9.55 % की गिरावट रही थी, लेकिन शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 2015 में 79.60 फीसदी से बढ़कर 2016 में 84.74 फीसदी हो गयी है।

हालांकि एक सर्वेक्षण के अनुसार, पहले गरीब राज्यों में शुमार मध्य प्रदेश ने  पिछले कुछ सालों में आर्थिक विकास और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर में बहुत प्रगति की है। राज्य में जबकि प्रति व्यक्ति आय 46,783 (2015-16) रुपये से बढ़कर 51,852 (2016-17) रुपये हो गई है।

आर्थिक सर्वेक्षण में कृषि, उद्योग और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है। राज्य की फसल उत्पादन में 25.81 की वृद्धि हुयी है। जो की देश में सबसे ज्यादा है।

राज्य में एसएमई सेक्टर की इकाईयों की संख्या भी  25.33% बढ़ी है। साल  2015-16 में यूनिटों की संख्या 48,179 थी जो बढ़कर दिसंबर 2016 तक 60,384 हो गयी थी।

Shriddha Chaturvedi

ख़बरें ही मेरी दुनिया हैं, हाँ मैं पत्रकार हूँ

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