राजस्थान सरकार ने राज्य के एमएसएमई उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान उद्योग रत्न पुरस्कार की शुरुआत की है। यह पुरस्कार राज्य के उद्योग विभाग द्वारा किया जाएगा। पुरस्कार इसी साल यानि वर्ष 2016 -17 से शुरू होगा।
इसके साथ ही सरकार ने बुनकरों व हस्तशिल्पकारों के लिए राजस्थान बुनकर रत्न पुरस्कार व राजस्थान हस्तशिल्प रत्न पुरस्कार देने का एलान भी किया है।
कारोबारी व बुनकर इसके लिए 30 मई 2017 तक जिला उद्योग केंद्र बीकानेर कार्यालय से अपना आवेदन भर सकते है।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक आर के सेठिया ने कहा है कि एमएसएमई एक्ट 2006 के ई.एम.पार्ट –II में रजिस्टर्ड अथवा उद्योग आधार मेमोरेंडम (UAM) नंबर प्राप्त एमएसएमई इकाईयों को उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए उद्योग आधार रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
वस्त्र मंत्रालय व भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त बुनकरों व हस्तशिल्प कारीगरों को भी राजस्थान बुनकर रत्न पुरस्कार व राजस्थान हस्तशिल्प रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
सेठिया ने कहा कि हर साल लगभग 12 उद्यमों को यह पुरस्कारों दिया जाएगा। पुरस्कार के लिए चयन आयुक्त उद्योग की अध्यक्षता में गठित प्रारंभिक चयन समिति व एमएसएमई की तरफ से नियुक्त किये गए प्रमुख शासन सचिव द्वारा किया जाएगा।
राज्य के एमएसएमई सेक्टर में 37, 891 यूनिट रजिस्टर्ड है। इनसे लगभग 2.47 लाख लोगों को रोजगार मिला है।