राज्य सरकारें दे रहीं हैं पारंपरिक वस्त्रों को बढ़ावा, बुनकरों को भी होगा फ़ायदा


केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देते हुए, कई राज्यों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर अपने पारंपरिक और स्वदेशी वस्त्रों को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। इकनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार पारंपरिक वस्त्रों को प्रमोट करने के लिए भारी बजटीय आवंटन के साथ, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम, तेलंगाना […]


textile-parksकेंद्र सरकार की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देते हुए, कई राज्यों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर अपने पारंपरिक और स्वदेशी वस्त्रों को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है।

इकनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार पारंपरिक वस्त्रों को प्रमोट करने के लिए भारी बजटीय आवंटन के साथ, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम, तेलंगाना और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने सरकारी स्वामित्व वाले ब्रांडों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। और इस योजना को बल देने के लिए डिजायनरों को भी अपने साथ जोड़ रहे हैं।

राज्य द्वारा संचालित पहल में से पोकोमपल्ली (Pochompally), बलूचरी(Baluchari), नारायणपेट (Narayanpet), Kutch Kala Cotton और Muga to the limelight आदि हैं। वहीं कई राज्य सरकारें सप्ताह के एक दिन को हथकरघा दिन के रूप में पेश करती हैं। हथकरघा दिन का मतलब सरकार के कर्मचारियों को हफ्ते में एक दिन हथकरघा हेंडलूम आउटफिट्स पहनना होता है।

तेलंगाना स्थित पोकोमपल्ली हेंडलूम पार्क के डायरेक्टर दामोदर सेथिया कहते हैं कि राज्य सरकार ने हथकरघा को बढ़ावा देने के लिए बजट में 325 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं। वही सरकार फैब्रिक्स को प्रमोट करने के लिए उद्देश्य से फैशन शो भी आयोजित कर रहा है।

राज्य के स्वामित्व वाले तेलंगाना हथकरघा के ब्रांड को विकसित करने की योजना के अलावा, तेलंगाना सरकार ने दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सामंथा को हैंडलूम प्रमोशन का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया गया है।

आंध्र प्रदेश में भी, प्रत्येक सोमवार को सरकारी अधिकारियों से हैंडलूम वीयर पहनने के लिए कहा गया है। छात्रों को भी राज्य सरकार ने इस कड़ी से जोड़ा है। जिसके लिए कुछ स्कूलों में जल्द ही बुनकरों द्वारा हथकरघा में बनायी गयी ड्रेस शामिल हो सकती है।

बुनकरों के विकास के लिए हैंडलूम को पुर्नजीवित किया जा रहा है और लाइमलाईट में लाया जा रहा है।  आंध्र प्रदेश वीवर्स वेलफेयर सोसाइटी के एमडी जोहर बाशा का कहना है कि कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी और स्नैपडील के बीच हुयी पार्टनरशिप के तहत, बर्कले (Berkeley) व आंध्र प्रदेश गवर्मेंट तथा स्नैपडील साथ मिलकर बुनकरों को विश्वभर के बायर्स से जोड़ने के लिए एक बाजार प्रदान करेंगे।

पश्चिम बंगाल में भी राज्य हथकरघा को आगे बढ़ाने के लिए कई सारे कार्य किये जा रहे हैं। हालांकि राज्य पहले से ही दो ब्रांड बिस्वा बांग्ला और क्लब मुस्लिन चला रहा है। इसके साथ ही डिजाइनर अभिषेक दत्ता के साथ पारंपरिक कपड़ों को पुनर्जीवित करने के लिए एक नया ब्रांड बलूचरी भी बनाया गया है।

Inputs: Economic Times

Shriddha Chaturvedi

ख़बरें ही मेरी दुनिया हैं, हाँ मैं पत्रकार हूँ

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