केंद्रीय राज्य एमएसएमई मिनिस्टर गिरिराज सिंह ने कहा है कि एमएसएमई मिनिस्ट्री का प्रमुख उद्देश्य सोलर चरखा उपयोग के माध्यम से एक करोड़ परिवारों को रोजगार देना है। केंद्रीय राज्य मंत्री सिंह अहमदाबाद, गुजरात में एक कार्यकम में शिरकत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिस पहल की शुरुआत बिहार के नवादा जिले के खानवा गांव में हुयी थी, उसी योजना को गुजरात के गोंडल और राजकोट में एक पायलट परियोजना के रूप में भी शुरू किया गया है।
मंत्री ने कहा, “यह प्रोजेक्ट सही प्रकार से कार्यरत है और रिजल्ट भी अच्छा मिल रहा है। मेरे द्वारा गोद लिए हुए बिहार के आदर्श गांव खानवा के लोग सोलर चरखा के माध्यम से 6 हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक प्रतिमाह कमा रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि इस योजना की प्रगति के लिए सोलर चरखा निर्माण के संदर्भ में खादी इंस्टीट्यूट्स के साथ एक मीटिंग भी की है।
सिंह ने कहा कि इससे न केवल परिवारों को निश्चित आय मिलेगी बल्कि रोजगार भी पैदा होगा।
इस दिशा में खादी एंड़ विलेज इंडस्ट्री कमीशन (केवीआईसी) ने गुजरात स्थित दो खादी संस्थानों के साथ सोलर चरखा सप्लाई के लिए एक मेमोंरेंड़म भी साइन किया है।
गोंडल वेस्ड उद्योग भारती ट्रस्ट और राजकोट स्थिर खादी ग्राम उद्योग पूरे देश के खादी संस्थानों को सोलर चरखा प्रदान करेंगे।
Inputs: Times of India