भारतीय स्टेट बैंक आफ इंडिया ने छोटे कारोबारियों के बीच डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उनको डेबिट कार्ड ट्रंजैक्शन पर मर्चैंट डिस्काउंट रेट यानि (एमडीआर) पर छूट देने के लिए कहा है।
एसबीआई ने जिन कारोबारियों का सालाना टर्न ओवर 20 लाख रुपये से अधिक है उनको अगले साल तक एमडीआर भरने की रियायत भी दी है।
एमड़ीआर बैंक द्वारा क्रेडिट या डेबिड कार्ड से भुगतान करने पर मर्चेंट पर लगने वाला चार्ज होता है। बैंक का कहना है कि उसने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि कारोबारी अपने यहां प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) मशीने लगाने से ना कतराऐं और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिले।
यानि अब बैंक 31 दिसंबर 2017 तक छोटे कारोबारियों से एमडीआर चार्ज नहीं लेगा। बैंक का कहना है कि इससे वो कारोबारी जो कार्ड सें पेमेंट नहीं लेते हैं या चार्ज के कारण नहीं लेना चाहते हैं, को बढ़ावा मिलेगा।
एसबीआई ने कहा है कि हम सरकार की डिजिटल इंड़िया पहल के साथ है और अपने लक्ष्य हर भारतीय का बैंक को पूरा करने की कोशिश भी कर रहे हैं।
बैंक छोटे शहरों, रुरल एरिया और गांव में पीओएस मशीन लगाने का काम तेजी से कर रही है। बैंक के अनुसार उसने 70 फीसदी पीओएस टर्मिनल नॅान मेट्रो शहरों में लगाए हैं जिन्हे 4400 सेंटर्स के साथ जोड़ा गया है।