सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कई विशेष योजनाओं को शुरु किया है। अपने इसी क्रम में आगे बढ़ाते हुए सरकार निरंतर एमएसएमई सेक्टर की गुणवत्ता को सही करने पर भी जोर दे रही है।
गुणवत्ता यानि क्वालिटी एमएसएमई सेक्टर की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। क्वालिटी प्रोडक्ट की कमी की वजह से भी यह सेक्टर कई बार विकास में पीछे रह जाता है।
गुणवत्ता परिषद (क्वालिटी कौंसिल) भारत में औधोगिक क्षेत्र में क्वालिटी को सुधारने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए हाल ही में गुणवत्ता परिषद (क्वालिटी कौंसिल) के चेयरमैन आदिल जैनुलभाई के नेतृत्व में एक ट्विटर इंटरफेस को शुरू किया और उन्होंने लाइव चैट के जरिये #Askforquality के तहत पूछे गए सवालों के जवाब दिए। जिससे कि सेक्टर की गुणवत्ता में हो रही कमियों को सुझावों के तहत सुधारा जा सके।
भारत के प्रमुख एसएमई डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म #SMEpost ने एक सर्वे के तहत एमएसई सेक्टर में क्वालिटी की कमी को जानने का प्रयास किया और इसके रिजल्ट्स को क्वालिटी कौंसिल के ट्विटर चैट पर साझा किया।
जिसके आधार पर SMEpost ने परिषद चेयरमैन आदिल जैनुलभाई के साथ गुणवत्ता को लेकर चैट के माध्यम से बात की SMEpost ने जैनुलभाई से निम्न प्रश्न पूछे जिनके जबाव उन्होंने संक्षेप में इस प्रकार दिये…
Q: #Askforquality क्या क्वालिटी कौंसिल, भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India or FSSAI) के साथ मिलकर क्वालिटी को बढ़ने के लिए काम कर रहा है?
A: @SMEpost हाँ, हम उनके साथ कई क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहें हैं और हमें उम्मीद है कि आगे भी कई क्षेत्रों में उनके साथ काम करेंगे।
@SMEpost @fssaiindia @AdilZainulbhai In some areas we are working on FSSAI. Hope to work on more #Askforquality
— QCI (@QualityCouncil) January 19, 2017
Q: #Askforquality क्या क्वालिटी कौंसिल के अलावा भी ऐसी किसी गवर्नमेंट एजेंसी की जरूरत है जो विकास के लिए निरंतर गुणवत्ता मानकों को चेक करती रहे और उन्हें लागू करे?
A: @SMEpost क्वालिटी के बारे हर एजेंसी को जागरूक रहने की और बताने की जरूरत है।
@SMEpost Message of quality should go out from every agency in the country #Askforquality
— QCI (@QualityCouncil) January 19, 2017
Q: #Askforquality क्या क्वालिटी कौंसिल, भारतीय मानक ब्यूरो (The Bureau of Indian Standards or BIS) के साथ मिलकर उभरती MSMEs की गुणवत्ता को विकसित करने के लिए काम कर रहा?
A: @SMEpost हमारा MSMEs के लिए सबसे बड़ा प्रोग्राम जेड अर्थात जीरो इफ़ेक्ट जीरो डिफेक्ट (ZED) है। जिसमें कि 5 परिपक्वता के स्तर (Maturity Level) हैं।
@SMEpost Our biggest program for #MSME is @ZED_QCI which has 5 maturity levels of quality #Askforquality
— QCI (@QualityCouncil) January 19, 2017
Q: #Askforquality क्वालिटी कौंसिल, मलिन बस्ती (स्लम एरियाज) में क्वालिटी को लेकर कैसे काम कर रहा है? जैसे कि पानी वहां पे सबसे ज्यादा प्रदूषित है।
A: अभी हमारा ध्यान “स्वच्छ” प्रोग्राम पे है जो की स्वच्छता को लेकर ऐसी जगहों पे काम कर रहा है।
@ApsinghAtul @AdilZainulbhai @minmsme currently our focus is on ensuring 'Swachh' in some areas. #Askforquality
— QCI (@QualityCouncil) January 19, 2017
क्वालिटी कौंसिल ने 20 जनवरी को अपने 20 साल भी पूरे किये हैं। और अब उसका उद्देश्य 22 हजार MSMEs को ZED स्कीम के अंतर्गत गुणवत्ता मानकों को लेकर सर्टिफाई करना है।