साल 2016-17 हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट के लिए अच्छा होने वाला है। बेहतर क्वालिटी और कम कीमत की वजह से भारत ने चीन को इंटरनेशनल मार्केट में पछाड़ दिया है।
अमेरिका और यूरोप में इंडियन हैंडीक्राफ्ट को ज्यादा ऑर्डर मिले हैं। एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार इस साल न केवल टारगेट पूरा करेंगे बल्कि पिछले साल की तुलना में डबल ग्रोथ दर्ज करेंगे।
इंटरनेशनल मार्केट में चीन को पछाड़ा
एशियन हैंडीक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन राजकुमार मल्होत्रा ने बताया कि इंडियन एक्पोर्टर चीन को टक्कर दे रहे हैं। अगर चीन का प्रोडक्ट इंटरनेशनल मार्केट में 3 डॉलर का पड़ता है, तो इंडिया के प्रोडक्ट की कीमत 2 डॉलर पड़ती है। मल्होत्रा ने कहा कि इंडिया के 90 फीसदी प्रोडक्ट हैंडमेड होते हैं जबकि चीन के 10 फीसदी प्रोडक्ट ही हैंडमेड होते हैं। भारतीय प्रोडक्ट की क्वालिटी चीन की तुलना में कई गुना बेहतर है। इंटरनेशनल मार्केट में इंडियन हैंडमेड प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ी है।
एक्सपोर्टर को मिले नए मार्केट
हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट के संगठन एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईपीसीएच) के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि अभी तक हैंडीक्राफ्ट एक्सोपर्ट के लिए अमेरिका, यूरोप, मिडिल ईस्ट बड़ा मार्केट था लेकिन पिछले साल से चीन में बड़ा मार्केट मिला है। यहां डिमांड बीते साल से 12 से 15 फीसदी अधिक है। अभी तक भारतीय चीन में एक्सपोर्ट नहीं कर रहे थे लेकिन चीन के बीडी होम जैसे बड़े बायर बल्क में इंडियन हैंडीक्राफ्ट की बुकिंग कर रहे हैं।
फेयर में हिस्सा लेने से बढ़े बायर
कुमार ने कहा कि देश विदेश में होने वाले फेयर में हिस्सा लेने से विदेश बायर की संख्या और ऑर्डर दोनों बढ़े हैं। हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर के लिए आस्ट्रिया, बेल्जियम, साइप्रस, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, इटली, ग्रीस, स्पेन, यूके, यूरोप, अमेरिका, कनाडा, चीन में बड़े बायर मिले हैं। यहां लाइफस्टाइल, फैशन और टैक्सटाइल, रग्स, ब्रास, गिफ्ट और डेकोरेटिव पीस, फर्नीचर, फैशन ज्वैलरी, बाथरूम एक्सेसरी, गार्डन डेकोरेटिव, सिल्क, जूट आदि प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ी है।
टारगेट से ज्यादा रह सकता है हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट
हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट साल 2016-17 का 23,560 करोड़ रुपए का टारगेट समय से पहले पूरा कर लेगा। अप्रैल से जनवरी 2016-17 में हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट में 20282.18 करोड़ रुपए का आंकड़ा पूरा कर चुका है। हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट साल 2015-16 में 21457.91 करोड़ रुपए रहा था और तब 6.85 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है। इस साल एक्सपोर्ट में 13.06 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है।
Source: Money Bhaskar