प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार के तीन वर्षों के कार्यकाल की अवधि के पूरे होने पर फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के दिया तोहफा है। मोदी ने इस सेक्टर में युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के लिए एग्रो-मरीन स्कीम संपदा को शुरु किया। मोदी ने इसी पहल को बल देते हुए धेमाजी में इंडियन एग्रिकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट की आधारशिला भी रखी।
सरकार 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के अपने वादे को पूरा करने के उद्देश्य से इस सेक्टर को महत्व दे रही है।
सरकार के अनुसार संपदा योजना में आने वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) से क्लस्टर विकसित कर किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाया जाएगा। इससे एग्रो प्रोडक्ट्स के मूल्य वृद्धि की संभावनाएं काफी बढ़ी हैं।
मोदी ने धेमाजी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस योजना में शुरुआती दौर में 6 हजार करोड़ का इंन्वेस्टमेंट किया जाएगा। कुछ समय बाद स्कीम पीपीए मॅाडल के तहत कार्य करेगा जिसमें प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को भी शामिल किया जाएगा।
पूर्वोत्तर के युवाओं को योजना का लाभ लेने के आमंत्रित करते हुए मोदी ने कहा कि योजना का सबसे ज्यादा लाभ किसानों को होगा। और रोजगार व निर्यात के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।