आईटी क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में से एक आईबीएम द्वारा किये गए एक सर्वे के अनुसार देश में स्टार्टअप को अपने शुरुआत और समाप्ति के दौर में वित्त की कमी सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से शुरुआती पांच सालों में ही 90 प्रतिशत भारतीय स्टार्टअप दम तोड़ देते हैं और बंद हो जाते हैं।
वहीं उसके विपरीत दुनिया की सफल स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेशक नकारात्मक परिस्थिति में भी उनका समर्थन करते हैं।
सर्वे में कहा गया है कि भारत के लगभग 76 फीसदी अधिकारियों ने देश की देश की अर्थव्यवस्था की पारदर्शिता की तारीफ की है। वहीं 60 प्रतिशत ने कुशल श्रमिकों को अच्छा बताया औऱ 57 प्रतिशत अधिकारियों ने कहा कि घरेलू बाजार व्यापारियों के हित में होता है।
सर्वेक्षण में शामिल 73 फीसदी उद्योगपतियों का कहना है कि बेहतर इकोसिस्टम स्टार्टअप्स के लिए महत्वपूर्ण हैं।
आईबीएम के मुख्य डिजिटल अधिकारी (भारत और दक्षिण एशिया) निपुन मेहरोत्रा ने कहा है कि स्टार्टअप को स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता, शिक्षा, परिवहन, वैकल्पिक ऊर्जा प्रबंधन और अन्य सामाजिक समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है। जो कि उन मुद्दों से का सामना करने के लिए हमे सशक्त बनाएगा, जिसका लाभ भारत समेत पुरी दुनिया को होगा।
(Inputs: EENADU INDIA)