असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने ग्रीन गोल्ड बम्बू समिट में राज्य के बांस उद्योग में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई वादे किये। उन्होंने उन उद्यमियों को व्यापार में हर संभव मदद देने के लिए कहा, जो राज्य अर्थव्यवस्था विशेष रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल देने के उद्देश्य से निवेश करना चाहते हैं।
असम के एड़मिनिस्ट्रेटिव स्टॅाफ कॉलेज में पहली बार ग्रीन गोल्ड बंबू सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री सोनेवाल ने गुवाहाटी को दक्षिण पूर्व एशिया के व्यापार केंद्र के रूप में विकसित करने की असम सरकार की योजना पर बल दिया। और कहा कि बांस उद्योग क्षेत्र इस लक्ष्य को हासिल करने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
A booming Bamboo industry is not just good business;it will also bring economic transformation in the lives of the poor,realising #Antyodaya
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) April 28, 2017
उन्होंने कहा कि हम उद्यमियों को घरेलू वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो बांस और अन्य क्षेत्रों में यहां निवेश करने के लिए आते हैं। मेरा मानना है कि बांस उद्योग विकसित होने से समाज के गरीब वर्गों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। इसके साथ ही राज्य के रोजगार को नयी दिशा मिलेगी। बांस असम के जीवन का सबसे आवश्यक घटक है। और राज्य की सामाजिक और सांस्कृतिक प्रणाली का एक अभिन्न अंग है। हमारा जुड़ाव बांस के साथ बचपन से है। फिर भी हमको इस बात का एहसास अबतक नहीं हुआ है कि हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने के लिए बांस कितना अहम है।
मुख्यमंत्री ने भारत के जैविक केंद्र के रूप में पूर्वोत्तर भारत को विकसित करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया और कहा, “हम पारिस्थितिकी को प्रभावित किए बिना जैविक क्षेत्र में अर्थव्यवस्था का विकास करना चाहते हैं ताकि हम अपनी प्राकृतिक सुंदरता को बरकरार रख सकें। बांस इस क्षेत्र में एक बड़ी भूमिका अदा करेगा।
असम औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (एआईडीसी) ने एनजीओ केयर लुइट और ग्रीन गोल्ड बंबू डॉट कॉम के साथ मिलकर सम्मेलन का आयोजन किया। SMEpost.com इस सम्मलेन का अधिकारिक मीडिया पार्टनर था।
शिखर सम्मेलन के पार्टनर देश ताईवान के प्रतिनिधिमंडल सहित उद्यमियों, वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और डिजाइनरों की विस्तृत भागीदारी इस समारोह में रही।
Numaligarh Refinary Ltd will soon become India's first refinary to process biofuel from Bamboo, which will boost the rural economy in Assam. pic.twitter.com/UXuWpDOtIZ
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) April 28, 2017
बांस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार की गंभीर मंशा को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि असम में जल्द ही भारत की पहली जैव ईंधन रिफाइनरी होगी, जिसका गठन नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) में होगा, जिसमें बांस कच्चे माल के रुप में प्रयोग किया जाएगा। 950 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इस प्रोजेक्ट से बड़े स्तर पर बांस उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। और राज्य के उद्यम आगे बढ़ेंगे। राज्य में बांस की खेती पैमाने पर होने से राज्य की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। यह असम की ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए एक सफल युग का आरंभ होगा।
Assam Govt. committed making Bamboo mission a reality. We have the will, plan & commitment to execute the Green Gold Bamboo agenda. pic.twitter.com/HtXOpHb0qn
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) April 28, 2017
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार निवेशकों को बांस सेक्टर में सभी सुविधाएं मुहैया कराएगी ताकि वे अपने व्यवसाय की गतिविधियों को सुचारू रूप से कर सकें। उन्होंने बांस के विभिन्न संभावित उपयोगों पर बल दिया जो पूर्वोत्तर भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। उन्होंने बताया कि संयंत्र की संरचनात्मक ताकत ने इसे भूकंप के दौरान एक आदर्श निर्माण सामग्री बना दिया।
उन्होंने कहा कि हम असम के लोग बांस से प्यार करते हैं यह असम के धन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमारे राज्य में इसकी 26 किस्म हैं। असम सरकार बांस की खेती और विपणन में किसी भी गतिविधि का समर्थन करेगी, खासकर जब हम पर्यावरण को परेशान किए बिना राज्य के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।
तायपेई इकनोमिक और कल्चर सेंटर से समिट में प्रतिभागी चुंग क्वांग तिएन ने सम्मलेन में कहा कि ताइवान असम के बम्बू सेक्टर में इन्वेस्ट करने को इच्छुक है और असम सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहता है।
शिखर सम्मेलन में एआईडीसी के अध्यक्ष मिशन रंजन दास भी उपस्थित, जिन्होंने बांस उत्पादको का बड़ा निर्यातक बनने के असम के लक्ष्य पर जोर दिया।
Assam CM says we have grown up with #Bamboo. It is a part of our history. Our emotional attachment is always there with bamboo pic.twitter.com/qN0croYcmx
— SMEpost (@SMEpost) April 28, 2017
आयोजन में असम सरकार के मुख्य सचिव श्री वी के पीपरसनिया ने कहा था कि राज्य उद्योग विभाग बंबू सेक्टर में 100 से अधिक उद्योगों की स्थापना करेगा।
असम सरकार के अतिरिक्त सचिव रवि कपूर ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि सरकार के उद्योग विभाग का वन विंडो सिस्टम निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बेहद मददगार होगा।
Green Gold Bamboo Summit will boost Assam's Bamboo industry & help realising @PMOIndia @narendramodi ji's dream of making NE an organic hub. pic.twitter.com/DZbqkrtR9u
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) April 28, 2017