वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टार्टअप इंड़िया पहल के एक साल के पूरा होने के उपलक्ष्य के मौके पर कहा है कि डिपार्टमेंट ऑफ़ इंडियन पॅालिसी एंड़ प्रमोशन (डीआईपीपी) ने स्टार्टअप द्वारा प्राप्त सुझावों की सूची वित्त मंत्रालय को सौंप दी है।
सीतारमण ने कहा कि हमने बीते साल स्टार्टअप से प्राप्त सुझावों का संकलन किया है। जिसे हमने फाइनेंस मिनिस्टर को दे दिया है अब हमें उनके जबाब का इंतजार है।
स्टार्टअप के लिए कर छूट के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर सीतारमण ने कहा कि कर से संबंधित घोषणाओं को आगामी बजट में बताया जाएगा।
स्टार्टअप से संबंधित मामलों को हम पहले से ही संकलित और प्रस्तुत कर रहे हैं। कर संबंधित मामलों और सुझावों में स्टार्टअप को वित्त मंत्रालय ने शामिल किया है।
सीतारमण ने वेंचर कैपिटल के माध्यम से स्टार्टअप को दिये जाने वाले 10,000 करोड़ रुपये के फंड़ पर कुछ भी कहने से इन्कार किया।
समारोह में Unilazer Ventures संस्थापक रोनी स्क्रूवाला ने उद्यमियों के लिए चार सप्ताह तक चलने वाले ऑनलाइन स्टार्टअप इंडिया लर्निंग प्रोग्राम का उद्घाटन किया।
सीतारमण ने आगे कहा, “भारतीय स्टार्टअप के लोकल लेवल पर समस्याओं को हल करने की जरुरत है। में चाहती हूँ कि स्टार्टअप यह सोचें कि कैसे भारत के शहरों को स्मार्ट बनाया जा सकता है। हर शहर की अपनी एक अलग समस्या है। घरेलु समस्याओं से बेहतर तरीके से अवगत यहाँ के स्टार्टअप, शहरों की बेहतरी के लिए एक योजना बना सकते हैं।”
स्टार्टअप को पुराने कानून के कारण आ रही समस्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि आप हमको बतायें कि कानून में क्या नया बदलाव करना चाहिए जिससे स्टार्टअप्स का विकास हो।