केंद्र सरकार ने टेक्सटाइल और माइक्रो, स्माॅल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) मंत्रालय के सहयोग से पावरलूम सेक्टर को डेवलप करने के लिए कंप्रेसिव स्कीमें लॉन्च की है। इससे होजरी और गारमेंट्स इंडस्ट्री को नया आयाम मिलेगा।
इनमें ग्रुप वर्कशेड स्कीम, यॉर्न बैंक स्कीम, कॉमन फेसिलिटी सेंटर स्कीम (सीएफसी), पावरलूम वीवर्स के लिए प्रधान मंत्री क्रेडिट स्कीम, पावरलूम के लिए सोलर एनर्जी आदि शामिल हैं।
इनमें से कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) स्कीम के तहत 15 करोड़ तक की सब्सिडी का प्रावधान है। इन स्कीमों की जानकारी देने के लिए रीजनल ऑफिस ऑफ टेक्सटाइल कमिश्नर, अमृतसर द्वारा असिस्टेंट डायरेक्टर एम चौधरी की अगुवाई में लुधियाना के जिला उद्योग केंद्र में विशेष समारोह का आयोजन किया गया।
निटवियर क्लब के चेयरमैन और शाल क्लब की चेयरपर्सन मृदुला जैन ने बताया कि यार्न बैंक स्कीम और कॉमन फेसिलिटी सेंटर स्कीम कारोबारियों के लिए वरदान से कम नहीं है। विनोद थापर के मुताबिक इन दोनों स्कीमों की जिम्मेदारी निटवियर क्लब के जिम्मे लगाई गई है।
यॉर्न बैंक स्कीम के तहत क्लस्टर बना 10 मेंबरों का ग्रुप बनाया जाएगा। इसमें 2 करोड़ कारोबारी को डालने होंगे और 2 करोड़ सरकार द्वारा दिए जाएंगे। ऐसे ही सीएफसी के तहत क्लस्टर बना 20 मेंबरों का ग्रुप बनाया जाएगा और वर्करों को ट्रेंड करने के लिए सेंटर खोले जाएंगे। इसके लिए 15 करोड़ की तक की सब्सिडी ली जा सकती है।
Source: Business Standard